National Athletic Championship में 3 Silver जीतने वाले बबलू को सम्मानित किया

SVM व Para sports association ने शाल, टोपी व स्मृति चिन्ह भेंट किया

दिल्ली में संपन्न चार दिवसीय दृष्टिबाधित चैंपियनशिप में तीन मेडल जीत चुके हैं विरेन्द्र 
स्थानीय संगठनों ने हिमाचल सरकार से की प्रशिक्षण के लिए मदद की अपील


दिल्ली के त्यागराज Stadium में हाल ही में संपन्न राष्ट्रीय दृष्टिबाधित एथलेटिक Championship में तीन रजत पदक जीत चुके संगड़ाह के धावक वीरेंद्र सिंह उर्फ बबलू को विभिन्न संगठनों द्वारा उनकी कामयाबी के लिए सम्मानित किया गया। संगड़ाह विकास मंच, जिला पैरा स्पोर्ट्स एसोसिएशन सिरमौर व SARA आदि संगठनों के पदाधिकारी आरडी शर्मा, सुरेंद्र सिंह, अजय भारद्वाज, बीएन शर्मा व जोगिंद्र ठाकुर आदि द्वारा बुधवार को उन्हें शाल, टोपी व स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। नागरिक अभिनंदन के दौरान उनके सम्मान में चाय पार्टी भी रखी गई। 10 से 13 दिसंबर तक चली उक्त प्रतियोगिता में जिला सिरमौर से संबंध रखने वाले इस युवक ने कुल तीन इवेंट में भाग लिया था तथा तीनों दौड़ में वह रनर अप अथवा दूसरे स्थान पर रहे। बबलू ने 1500 व 800 मीटर तथा 5 किलोमीटर दौड़ में रजत पदक जीते।


 इससे पहले वह गत मार्च माह में मोहाली तथा जनवरी में लुधियाना में आयोजित राष्ट्रीय स्तर की एथलेटिक प्रतियोगिताओं में भी 5 किलोमीटर तथा 1500 मीटर दौड़ में Silver व Bronze 🏅 हासिल कर चुके हैं। इसी माह धर्मशाला में संपन्न राज्य स्तरीय दिव्यांग एथलेटिक प्रतियोगिता में बबलू जहां 200 व 400 मीटर दौड़ में Gold 🏅 जीत चुके हैं, वहीं 100 मीटर में उन्हें रजत पदक से संतोष करना पड़ा। साधनों तथा स्पॉन्सरशिप के अभाव के चलते संगड़ाह के साथ लगते गांव लगनू का यह धावक राष्ट्रीय व राज्य स्तर की प्रतियोगिताओं के लिए अब तक अपने गांव की कच्ची सड़क पर अभ्यास करता रहा है। राष्ट्रीय अथवा अंतरराष्ट्रीय स्तर का सफल धावक बनने के लिए उन्हें अब तक बेहतर किट, कोच, डाइट तथा फिजियोथेरेपिस्ट जैसी मूलभूत की दरकार है। 


साधनों के अभाव तथा बचपन में ही एक आंख चली जाने के बावजूद बबलू ने कभी हार नहीं मानी तथा वह इसी साल दिव्यांगो के लिए आयोजित राष्ट्रीय स्तर की तीन प्रतियोगिताओं में कामयाबी हासिल कर चुके हैं। जिला पैरा स्पोर्ट्स एसोसिएशन सिरमौर के सीईओ सुरेंद्र सिंह शर्मा तथा अन्य स्थानीय संगठनों ने हिमाचल सरकार से अन्य राज्यों की तर्ज पर बबलू को राष्ट्रीय अथवा अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं के अभ्यास के लिए यथासंभव आर्थिक मदद की अपील की।


Comments

  1. आपके ब्लॉग के माध्यम से शारीरिक रूप से अक्षम बबलू को काफी उत्साह मिला हैं।

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