Same Time same क्षेत्र में 2 बैठकों से दिखी हिमाचल कांग्रेस की गुटबाजी

वीरभद्र सिंह समर्थक विधायकों व सुखविंदर समर्थकों ने आयोजित की सामानांतर बैठकें

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अक्टूबर माह में भंग कर चुके है रेणुकाजी मंडल इकाई 
हिमाचल निर्माता डॉ वाईएस परमार का चुनावी अखाड़ा रहे रेणुकाजी विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस के दोनों गुटों द्वारा एक ही दिन में दो समानांतर बैठकें आयोजित किए जाने से पार्टी की गुटबाजी खुलकर सामने आई। सैनधार के नेहर सवार गांव में जहां मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के कटर समर्थक कहे जाने वाले सुजानपुर के विधायक राजेंद्र राणा, विक्रमादित्य सिंह व विनय कुमार एमएलए की तिकड़ी ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष द्वारा भंग की जा चुकी मंडल इकाई के पदाधिकारियों तथा उनके समर्थकों की बैठक ली, वहीं धारटीधार में सुक्खू समर्थकों द्वारा बैठक आयोजित की गई।



 धारटीधार के कांडो गांव में आयोजित बैठक में प्रदेश कांग्रेस सचिव बृजराज ठाकुर, जिला कांग्रेस कमेटी सचिव अशोक राणा, जयपाल ठाकुर व मनोज, ब्लाक महिला कांग्रेस अध्यक्ष पूनम ठाकुर, इंटक अध्यक्ष मुल्तान सिंह तथा पंचायती राज प्रकोष्ठ के अध्यक्ष मोहन शर्मा आदि सुक्खू गुट के बताए जाने वाले कांग्रेस नेताओं द्वारा आगामी लोकसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर रणनीति तैयार की गई। घारटीधार में पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह पुत्र विक्रमादित्य, उनके गुट के बताए जाने वाले विधायक राजेंद्र राणा व विनय कुमार की मौजूदगी में हुई बैठक में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष द्वारा गत अक्टूबर माह में भंग की जा चुकी रेणुकाजी मंडल इकाई को फिर से बहाल किए जाने की बात भी मंच से कही गई। इससे पूर्व रात 27 नवंबर को संगड़ाह व दादाहु में प्रदेश कांग्रेस सचिव अरुण मेहता की मौजूदगी में हुई कांग्रेस की स्थानीय इकाई की बैठकों में जहां सुक्खू गुट के नेता व कार्यकर्ता मौजूद रहे वहीं, स्थानीय विधायक तथा प्रदेश अध्यक्ष द्वारा निलंबित किए जा चुके मंडल पदाधिकारी इन बैठकों में हाजिर नहीं हुए। रविवार को हुई बैठकों में दोनों गुट अपनी बैठक को असली कांग्रेस पार्टी की बैठक बता रहे थे तथा दोनों खेमों के नेताओं के अनुसार पार्टी में कोई गुटबाजी नहीं है। 


सुखविंदर समर्थकों द्वारा जहां रविवार को ही धारटीधार में हुई बैठक को लेकर मीडिया को बयान भी जारी किया गया, वहीं वीरभद्र समर्थकों द्वारा एक दिन बाद सोमवार को बयान जारी किया गया तथा नेटवर्क प्रोबलम के चलते पहले दिन बयान जारी न किए जाने के लिए खेद जताया। दोनों गुटों की सामानांतर बैठकों से प्रदेश कांग्रेस की गुटबाजी खुलकर सामने आई। एक बैठक में स्थानीय विधायक विनय कुमार के अलावा शिमला व हमीरपुर जिला के विधायकों मौजूद रहने के चलते यहां दिखी गुटबाजी प्रदेश के अन्य जिलों में भी सुर्खियों में आ चुकी है। 


सुजानपुर के कांग्रेस विधायक इससे पहले अपने विधानसभा क्षेत्र में गुटबाजी व पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल को हराने के चलते भी चर्चाओं में रहे हैं। वीरभद्र समर्थकों की बैठक का बयान गत 29, अक्टूबर को भंग की जा चुकी कांग्रेस रेणुकाजी मंडल इकाई की Email ID से सोमवार को जारी हुआ। बहरहाल सेम टेम सेम विधानसभा क्षेत्र में हुई सामानांतर गुटों की बैठक से प्रदेश कांग्रेस की गुटबाजी खुलकर सामने आई।

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