Statement के लिए हाजिर नहीं हुए DAVN School के Principal
मारे गए मासूमों के परिजनों से मिले SDM संगड़ाह
15 दिन में DC Sirmaur को भेजी जाएगी Report
कुछ संगठनों ने मांगी न्यायिक जांच
जिला सिरमौर के उपमंडल संगड़ाह के अंतर्गत आने वाले खड़कोली नामक स्थान पर दुर्घटनाग्रस्त School Bus में 8 की मौत के मामले में SDM Sangrah राजेश धीमान ने मेजिस्ट्रेट जांच शुरू कर दी है। उक्त Investigation के दौरान रविवार व सोमवार को वह मौके पर जाकर अधिकतर मारे गए छात्रों के परिजनों से बात कर चुके हैं तथा Accident संबंधित Photo व अन्य evidence भी जुटा चुके हैं। 15 दिन में DC Sirmaur को उक्त जांच की Report सौंपी जाएगी। इस मामले में DSP व PWD के अधिशासी अभियंता संगड़ाह से भी विभिन्न जानकारियां ली जाएगी। सोमवार को एसडीएम सबसे पहले मृतक वाहन Driver राम स्वरूप के परिजनों से मिले। इस दौरान उन्होंने गाड़ी खराब होने तथा चालक के अपने 2 बच्चे जो उसी School में पढ़ते थे, Accident के दिन के गाड़ी में न आने की बात को लेकर भी परिजनों से चर्चा की।
दो दिन की जांच के दौरान एसडीएम बाउनल, कांडो माइना, बाग, रजाना व खेगुआ गांव का दौरा कर चुके हैं, जहां के अधिकतर मृतक छात्र रहने वाले थे। ग्रामीणों व परिजनों के अनुसार उन्होंने डीएवीएन स्कूल ददाहू की उक्त बस के अक्सर खराब रहने की बात भी एसडीएम को भी बताई। अभिभावकों के अनुसार उन्होंने स्कूल के Principal अथवा बस मालिक से भी इसकी शिकायत भी की थी। संगड़ाह के गांव घाटों के समाजसेवी विजय वशिष्ठ द्वारा पहली दिसंबर, 2017 को उक्त बस की खस्ताहालत को लेकर Facebook पर एक Video Post भी डाली गई थी, हालांकि उस दौरान परिवहन विभाग व प्रशासन ने ध्यान नहीं दिया। एसडीएम ने पंचायत सचिवों, नंबरदारों व अन्य मौजूद लोगों के सामने लोगों के बयान कलम बंद किए। उधर मृतक Driver रामस्वरूप की बहन के अनुसार वह गाड़ी खराब बता रहा था तथा रविवार से छुट्टियों में गाड़ी का काम करवाने की बात मालिक से हुई थी। छुट्टी से महज एक पहले ही यह गाड़ी हादसे का शिकार हो गई। दादाहु के एक मिस्त्री ने बताया कि, वह इस स्कूल वेन का काफी समय से Mechanical work कर रहे था। एसडीएम राजेश धीमान ने पूछे जाने पर बताया कि, रविवार व सोमवार को अधिकतर पीड़ित परिवारों के लोगों के बयान लिए जा चुके हैं। 15 दिन में Deputy Commissioner सिरमौर को जांच रिपोर्ट सौंप दी जाएगी। SDM civil राजेश धीमान ने कहा की, सभी मृतकों के परिजनों को क्रमशः 20-20 हजार रुपए की फौरी राहत दे दी गई है तथा जल्द पूरी अथवा चार लाख की मुआवजा राशि जारी की जाएगी। PGI चंडीगढ़ में मारी गई आरुषि के परिजनों को भी सोमवार को राहत राशि दी गई। एसडीएम संगड़ाह ने सोमवार को भी कुछ मासूमों के अभिभावकों के बयान कलमबद्ध किए। इस दौरान बस खराब होने की बात भी कुछ लोगों ने कही। उपमडलीम दंडाधिकारी ने बस के मालिक अथवा स्कूल के Principal धनेंद्र गोयल को भी तहसील कार्यालय दादाहु में बयान देने के लिए सोमवार को बुलाया था, मगर वह हाजिर नहीं हुए। घर से बाहर बताए गए प्रधानाचार्य को अब आज मंगलवार को बयान के लिए तलब किया गया है। एसडीएम व तहसीलदार Sangrah मृतकों के परिवारों के घर घर जाकर उनके बयान ले रहे हैं।
जनवादी संगठनों ने मांगी मासूमों की मौत की न्यायिक जांच
शोक जताने की सियासत छोड़ सड़कों की दशा पर ध्यान दें नेता
क्षेत्र में वाहन हादसे रोकने के उपाय न होने पर जनवादी संगठनों ने दी प्रदर्शन की चेतावनी
स्कूल बस हादसे का दोष केवल मृतक चालक पर मढ़ने के लिए जताया रोष
जनवादी महिला समिति की प्रदेश अध्यक्ष संतोष कपूर, किसान सभा के जिला अध्यक्ष रमेश वर्मा तथा क्षेत्र के विभिन्न जनवादी संगठनों के पदाधिकारियों ने संगड़ाह-रेणुकाजी मार्ग पर हुई स्कूल बस दुर्घटना में दिखी लापरवाही तथा क्षेत्र में वाहन हादसे रोकने के ठोस उपाय न होने के मामले में विरोध प्रदर्शन की चेतावनी दी। मेजिस्ट्रेट जांच पर असंतोष जताते हुए उन्होंने हिमाचल सरकार से इस मामले में Judicial enquiry की अपील की। 5, जनवरी को हुए दर्दनाक School Bus हादसे में 7 बच्चों सहित 8 की जान जाने की दोष केवल मृतक Driver के सिर मढ़े जाने पर उक्त भी संगठनों ने नाराजगी जताई। केवल मृतक गरीब चालक पर मासूमों की मौत के खिलाफ FIR दर्ज होने को उन्होंने बाकी दोषियों को बचाने की कोशिश बताया। उन्होंने कहा कि, यदि दुर्घटनास्थल पर क्रेश बेरियर अथवा पैराफिट होते तो हादसा टल सकता था। स्थानीय ग्रामीणों के अनुसार चालक Bus को खराब बता रहा था, जिसके चलते वह शनिवार को अपने बच्चों को स्कूल लेकर नही गया। उन्होंने प्रदेश सरकार से बस अथवा स्कूल के मालिक तथा संबंधित अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने तथा मामले की मेजिस्ट्रेट की वजाय न्यायिक जांच की मांग की। विगत 6 वर्षों में PWD Division Sangrah की सड़कों पर करीब 116 लोगों की जान जाने का प्रमुख कारण उक्त संगठनों ने क्षेत्र का अब तक राज्य उच्च मार्ग अथवा NH से न जुड़ पाना, पुलिस व प्रशासन द्वारा लापरवाह वाहन मालिकों व चालकों पर ठोस कार्यवाही न किया जाना तथा करोड़ों के बजट के बावजूद सड़कों की हालत में सुधार न होना बताया। Press को जारी बयान में उन्होंने बार बार दुर्घटनाओं में मारे गए लोगों की आत्मा की शांति संबंधी बयान जारी करके वाले Congress व BJP नेताओं की संवेदना को महज घड़ियाली आंसू बताया तथा इसे जन भावनाओं से खिलवाड़ करार दिया। हिमाचल निर्माता Dr. YS परमार का चुनाव क्षेत्र रहे Renukaji क्षेत्र अथवा उपमंडल संगड़ाह के अब तक राज्य उच्च मार्ग से भी न जुड़ सकने के लिए उन्होंने स्थानीय नेताओं को जिम्मेदार ठहराया। क्षेत्र के उक्त नेताओं के शोक संदेशों को जनवादी संगठनों ने महज दिखावा बताया तथा इन्हे क्षेत्र के पिछड़ेपन व खस्ताहाल सड़कों के लिए जिम्मेदार ठहराया। पिछले 5 दिनों में संगड़ाह के समीप हुई वाहन दुर्घटनाओं में 7 बच्चों सहित कुल 10 लोगों की जान जाने के बावजूद एक आला नेता द्वारा अब तक अपने गृह क्षेत्र लौटने की वजाय सोशल मीडिया व Email से शोक संदेश भेजे जाने को भी उन्होंने दुखदाई करार दिया। महिला समिति की प्रदेश अध्यक्ष संतोष कपूर ने कहा कि, जल्द उक्त मामले को लेकर विभिन्न जनवादी संगठन संगड़ाह में प्रदर्शन करेंगे। स्कूल बस हादसे में मारे गए बच्चों के परिजन भी उक्त प्रर्दशन में शामिल हो सकते हैं। संबंधित विभागों अथवा प्रशासन द्वारा क्षेत्र में दुर्घटनाएं रोके जाने संबंधी उपाए न किए जाने पर खेद जताते हुए उन्होंने क्षेत्र में संभल कर चलने के लिए अपने स्तर पर जनजागरण अभियान चलाने की भी बात कही। डीएसपी संगड़ाह अनिल धौलटा ने कहा कि, शनिवार को हुई स्कूल बस दुर्घटना को लेकर चालक के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है तथा तहकीकात जारी है। उन्होंने कहा कि, घायलों के बयान के बाद पता चलेगा कि, बस किस हालत में थी। लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता संगड़ाह रतन शर्मा ने कहा कि, बस दुर्घटना वाली जगह पर सड़क तंग नहीं है तथा करीब साढ़े छः मीटर चौड़ी है।
Comments
Post a Comment