संगड़ाह की सड़कों ने 7 साल में ली 125 जानें

बदहाल Roads के मुद्दे पर कईं बार प्रर्दशन कर चुके हैं Left संगठन 

 अब तक State Highway से भी नही जुड़ सका है सूबे के पहले CM का चुनाव क्षेत्र 
 सिरमौर जिला के PWD Division संगड़ाह के अंतर्गत आने वाली करीब 707 Kilometer सड़कों पर विगत 7 वर्षों में हुई वाहन दुर्घटनाओं में अब तक 125 इंसानो की जान जा चुकी है। गत 21 नवंबर को Car accident में हरिपुरधार College के Student मनोज शर्मा के निधन के बाद मंगलवार को चाढ़ना गांव के समीप एक Black Spot पर Motorcycle दुर्घटना में सुरेश सूर्या नामक Teacher की मृत्यु हो गई। इससे पूर्व गत मई माह में क्षेत्र के गांव डटवाड़ी के समीप दुर्घटनाग्रस्त हुई कार में जहां 21 वर्षीय जितेंद्र की जान गई, वहीं अप्रैल माह में थ्यानबाग के समीप हुए Car accident मे चार लोगों की मौत हो चुकी है। वाहन हादसों मे मारे गए 125 में से 56 लोगों की मौत 4 Private Bus accident में हुई है।

  उक्त हादसों में 150 के करीब लोग गंभीर रूप से घायल हुए, जिनमें से कईं अपंग भी हुए हैं। संगड़ाह-रेणुकाजी मार्ग पर खड़कुली के समीप गत 5, जनवरी को दुर्घटनाग्रस्त निजी School Mimi Bus मे 7 छोटे बच्चों सहित कुल आठ लोगों की जान गई थी। इससे पूर्व 16 जून 2013 को उपमंडल संगड़ाह के भराड़ी में दुर्घटनाग्रस्त Private Bus में 20, 27 सितंबर 2013 को जबड़ोग में दुर्घटनाग्रस्त एक अन्य निजी बस में 21 तथा 23 नवंबर 2014 को सेल में गिरी प्राइवेट बस में 7 लोगों की जान गई। इसके अलावा साथ लगते नाहन उपमंडल के रेणुकाजी-नाहन मार्ग पर गत वर्ष गत 25 नवंबर को जलाल पुल से गिरी 32 सीटर Overloaded निजी बस में जहां 9 लोगों की जान गई, वहीं 50 के करीब Passengers घायल हुए।

 उक्त बस हादसों में से तीन बसें मीनू व चौहान कोच नामक Transport company की है, जिनकी अधिकतर बसें इस इलाके में चलती है। क्षेत्र की बदहाल सड़कों अथवा वाहन दुर्घटनाओं के Issue पर मंगलवार को जहां चाढ़ना में वामपंथी छात्र संगठन SFI के दो नेताओं की मौजूदगी में ग्रामीणों द्वारा चार घंटे तक चक्का जाम किया गया, वहीं किसान सभा के जिला अध्यक्ष रमेश वर्मा की अगवाई में उक्त मुद्दे पर तीन बार उपमंडल मुख्यालय संगड़ाह में भी Left संगठन प्रर्दशन कर चुके हैं। वामपंथी संगठनों के पदाधिकारी उक्त हादसों के जिम्मेदार Officers के खिलाफ लापरवाही से मानव बद्ध का मामला दर्ज करने की appeal भी कर चुके हैं। संबंधित अधिकारी हांलांकि संगड़ाह में सिरमौर अथवा हिमाचल अन्य Civil Subdivision से ज्यादा हादसे होने का कारण केवल खस्ताहाल सड़कों को नहीं मानते, मगर यह बात भी सच है कि, हिमाचल के पहले Chief Minister डॉ परमार का विधानसभा क्षेत्र रहा यह इलाका (रेणुकाजी) अब तक राज्य उच्च मार्ग से भी नहीं जुड़ सका। 

 Road Safety Club संगड़ाह द्वारा पिछले एक साल से दुर्घटनाओं को लेकर कोई Awareness Camp अथवा आम लोगों के साथ बैठक न किए जाने के मुद्दे पर भी लोग सवाल उठा रहे हैं। Public Works Dipartment के Executive Engineer संगड़ाह के अनुसार मंगलवार को जिस जगह मोटरसाइकिल दुर्घटनाग्रस्त हुई, वहां से बसें तथा Truck जैसे वाहन भी आराम से निकल रहे हैं, हालांकि उक्त स्थान पर जल्द Road में सुधार के लिए Tender करवाए जाने हैं। 1st CM of Himachal डॉ वाईएस परमार का विधानसभा क्षेत्र रहे इस इलाके की बदहाल सड़कों के लिए भाजपाई जहां करीब छः दशक तक क्षेत्र के MLA रहे कांग्रेस नेताओं को जिम्मेदार बता रहे हैं, वहीं Congress नेता केन्द्रीय परिवहन मंत्री की घोषणा के 4 साल बाद भी क्षेत्र में चार NH न बनने के लिए मोदी सरकार को कोस रहे हैं। HP PWD Dipartment के अधिशासी अभियंता संगड़ाह रतन शर्मा के अनुसार Accident सड़कों की वजह से नहीं, बल्कि अन्य कारणों से हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि, मंगलवार को सोलन-मिनस Road पर जहां 🏍️ Motorcycle दुर्घटनाग्रस्त हुई, वहां बस व ट्रक जैसे बड़े वाहन भी आराम से निकलते हैं। डीएसपी संगड़ाह अनिल धौलटा ने बताया कि, क्षेत्र में वाहन अधिनियम की अवहेलना करने वाले Drivers के चालान करने के साथ-साथ उन्हें दुर्घटनाओं के प्रति जागरूक भी किया जा रहा है। DSP ने कहा कि, मंगलवार को हुई मोटरसाइकिल दुर्घटना के कारणों को लेकर तहकीकात जारी है।

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