पूर्व मंत्री ने क्षेत्र मे फिर 1982 दोहराने का दावा किया
3 बार हारने पर Ticket कटने के बाद बतौर आजाद उम्मीदवार मैदान में उतरेंगे
BJP से आई दयाल प्यारी को Congress Condidate बनाने से पच्छाद में फूटी बगावत की ज्वाला
राजगढ़। सिरमौर जिला के पच्छाद विधानसभा क्षेत्र से 7 बार विधायक रह चुके Gangrram Musafir व उनके समर्थकों ने Congress से बगावत कर आगामी 25 अक्टूबर को Nomination का दावा किया। 3 बार हार का मूंह देख चुके मुसाफिर की जगह इस बार दयाल प्यारी को कांग्रेस उम्मीदवार बनाए जाने से यह खेमा नाराज है। क्षेत्र मे 40 सालो के बाद Congress मे बगावत हो गई है और 1982 मे पहली बार बतौर निर्दलीय उम्मीदवार MLA बने गंगूराम मुसाफिर ने समर्थकों के कहने पर फिर आजाद उम्मीदवार के रूप मैदान मे उतरने की ठान ली। 82 में वह लगभग 4K Vote से विजयी हुये और हिमाचल विधानसभा मे त्रिशंकु विधानसभा बनने पर मुसाफिर ने कांग्रेस का दामन थाम लिया और उप वनमंत्री बने। इसके बाद वह कैबिनेट मंत्री व विधानसभा अध्यक्ष भी रहे और 2012 मे पहली बार BJP के सुरेश कश्यप से हारे और फिर 2 बार और हारे। शनिवार को राजगढ मे एक आम सभा का आयोजन किया जिसमे सैकडो लोगो ने भाग लिया और भंग की जा चुकी कांग्रेस मंडल इकाई के पदाधिकारियों ने सामुहिक त्यागपत्र देकर मुसाफिर को मैदान मे उतारने का निर्णय लिया।
Meeting मे निर्णय लिया गया कि, मुसाफिर 25 अक्तूबर को निर्दलीय अपना नामांकन पत्र दाखिल करेगे। ऐसे में पच्छाद मे कांग्रेस की हार लोग तय बता रहे हैं और पार्टी की मुश्किलें बढ़ गई है। बैठक में सभी वक्ताओं ने BJP से Congress में दयालप्यारी को टिकट देने के नेताओं के फैसले को कार्यकर्ताओं का अपमान करार दिया। जानकारी के अनुसार आला कमान ने 3 बार हारने व अधिक आयु के चलते उनका टिकट काटा। Congress के मुसाफिर खेमे की आम सभा में पूर्व कांग्रेस मंडल अध्यक्ष बैलीराम, राज कुमार, देवेन्द्र शास्त्री, सुन्दर सिंह ठाकुर, संजीव शर्मा, परीक्षा चौहान, इंद्रा कश्यप, सोहन सिंह हाब्बी, रत्तन कश्यप, पूर्णचंद ठाकुर व सूर्यकांत शर्मा आदि ने गलत टिकट आबंटन के लिए पार्टी नेताओं की निंदा की। यहां अब तक BJP MLA एंव प्रत्याशी रीना कश्यप, Congress की दयाल प्यारी, CPI M के आशीष कुमार व देवभूमि Party सुशील भृगु Nomination कर चुके हैं।
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