प्रतिमा खंडित होना अशुभ संकेत मान रहे हैं अधिकतर श्रद्धालु
अंतरराष्ट्रीय मेले के अलावा सहस्त्रधारा में मौजूद छोटे मंदिर की सुध नहीं लेता है सिरमौर प्रशासन
संगड़ाह। सतयुगी तीर्थ कहलाने वाले famous Religious place of Himachal Shree Renukaji के परिक्रमा मार्ग मे सहस्त्रधारा अथवा दूधिया पाणी नामक स्थान पर स्थित माता की प्रतिमा आज आग लगने से खंडित हो गई। यहां से गुजर रहे स्थानीय श्रद्धालु इंद्र प्रकाश गोयल ने बताया कि, परिक्रमा के दौरान वह यहां प्रसाद रूपी जल गृहण करने के लिए रुके तो माता की मूर्ति के पास से धुआं निकल रहा था और श्रंगार व चुनरी जल चुकी थी। गीले कपड़े से उन्होंने आग को ज्यादा फैलने से रोका। घटना के घंटों बाद भी लाखों लोगों की आस्था से जुड़े इस स्थान की सुध लेने Renukaji Development Board अथवा Sirmaur District Administration का कोई कर्मचारी न पंहुचने पर लोगों ने नाराजगी भी जताई।गौरतलब है कि, प्रशासन केवल International मेले के दौरान इस जगह को सजाने संवारने का काम करता है, जिसका कारण हजारों ₹ चढ़ावा उस दौरान मिलना समझा जाता है। Navratri उत्सव के Mahaashtami के पावन अवसर पर अधिकतर लोग अथवा श्रद्धालु प्रतिमा खंडित होना अशुभ संकेत मान रहे हैं। गत माह तक DC सिरमौर की अध्यक्षता वाले रेणुकाजी विकास बोर्ड के CEO रहे दीपराम शर्मा ने कहा कि, प्रदेश की नई Government Board भंग कर चुकी हैं और मुख्य कार्यकारी अधिकारी का कार्यभार तहसीलदार ददाहू देख रहे हैं। तहसीलदार राजेंद्र ठाकुर के मोबाइल पर बात नहीं हो पाई। बहरहाल मां रेणुकाजी व भगवान परशुराम में श्रद्धा रखने वाले लाखों लोगों की आस्था से जुड़े इस मामले में रेणुकाजी विकास बोर्ड अथवा जिला प्रशासन की अधिकारिक प्रतिक्रिया आना शेष है। बोर्ड से जुड़े लोग यह जरूर कह रहे हैं कि, बिना प्राण प्रतिष्ठा के यह मूर्ति लगाई गई थी।
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