पांवटा मे प्रशासन ने Rescue किए नदी के मझधार फंसे गुज्जर समुदाय के 32 लोग

3 दिन से फंसे अन्य 5 लोगों के लिए Helicopter की मांग 

घुमंतू गुज्जरों के 40 पशुओं को भी गोताखोरों की मदद से सुरक्षित नाकाला

अन्य क्षेत्रों की तरह बाद प्रभावितों की मदद के लिए बाहर नहीं निकल रहे सिरमौर के नेता 

पांवटा साहिब। भारी बारिश के बीच पांवटा साहिब के मेहरूवाला में नदी के बीच फंसे 2 Gujjar परिवारों के 32 लोगों को local Administration ने successful rescue किया। स्थानीय गोताखोरों की मदद से इनके 40 पशुओं अथवा भैंसों को भी सुरक्षित निकाला गया। रविवार  सायं सूचना मिलने के बाद सोमवार को इन्हें Rescue किया जा सका। इसी उपमंडल के गिरी नदी में फंसे 5 लोगों को 3 दिन बाद भी प्रशासन द्वारा रेस्क्यू नहीं किया जा सका। जानकारी के अनुसार यहां पहुंची NDRF team द्वारा साधनों के अभाव में इन्हें निकालने में असमर्थता जताई गई, जिसके बाद परिजनों Helicopter से बचाव की मांग कर रहे हैं।
चर्चे इस बात के भी है कि, Sirmaur Admission अथवा Government संभवतः ज्यादा खर्च करने  की बजाय पानी उतरने के इंतजार में हैं। SDM Paunta गुंजीत सिंह चीमा ने बताया कि, कल रात ही टीम भंगाणी पंहुच गई थी, मगर Operation सोमवार सुबह शुरू हो सका। SDM के अनुसार प्रशासन द्वारा पहले ही भारी बारिश से यमुना व अन्य नदि नालों के किनारे न जाने की चेतावनी भी दी गई थी। स्थानीय लोगों के अनुसार घुमंतू गुज्जर समुदाय के अधिकतर लोगों के पास अपने घर व जमीन नहीं है, इसलिए अपनी भैंसों अथवा अपने पशुओं के साथ ऐसी जगहों पर रहते हैं और पहले भी इन्हें इस तरह निकाला जा चुका है। DC Sirmaur सुमित खीमटा के अनुसार Heavy Rainfall से District में अब तक 44.56 करोड़ का नुक्सान हो चुका है। गौरतलब है कि, कांगड़ा व‌ शिमला आदि जिलों के नेताओं की तरह सिरमौर के Congress व BJP Leader बाढ़ प्रभावितों की Help के लिए बाहर निकलने की बजाय Facebook व WhatsApp पर ही लोगों को बारिश से बचाव का ज्ञान दे रहे हैं। 
बारिश व भूस्खलन से प्रभावित 3 परिवारों को SDM संगड़ाह ने जारी की Immediate Relief 
संगड़ाह। सिरमौर जिला के उपमंडल संगड़ाह के अंतर्गत आने वाले गांव रजाणा, जावगा व सांगना 3 परिवारों को आज स्थानीय SDM अथवा प्रशासन की और से तिरपाल व राशन आदि जारी कर Immediate relief दी गई। Heavy Rain अथवा Landslide से इन 3 परिवारों के अलावा आज जहां ऊंचा टिक्कर गांव के सूरतू के मकान की सुरक्षा दीवार ढह गई, वहीं डेबरघाट में 1 मकान तथा नानड़ी में पशुशाला की दीवार जमींदोज हो गई। इससे पूर्व कल पालर मे कुंता देवी का मकान गिर चुका है। भारी बारिश से क्षेत्र में जहां करोड़ों की सम्पत्ति का नुक्सान हो चुका है, वहीं संगड़ाह में PWD के ExEn, SDO व JE के पद 4 माह से खाली होने के चलते विभाग के 20 JCB machines के दावे के बावजूद यातायात बहाल करने में ज्यादा समय लग रहा है। कार्यवाहक SDM संगड़ाह प्रोमिला धिमान ने सोमवार को 3 लोगों को फ़ौरी राहत जारी करने की जानकारी दी । उन्होंने क्षेत्रवासियों से ऐसे मामलों में तुरंत जानकारी देने की appeal की, ताकि प्रशासन उनकी Help कर सकें।


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