संगड़ाह में जूतों की दुकान में आग लगने से 20 लाख का सामान राख

Fire Brigade के पंहुचने पर 4 घंटे बाद बुझी भयानक लपटें

साथ लगती दुकानों व 4 मंजिला रिहायशी मकान को आग की चपेट में आने से बचाया 

Police गश्त पर तैनात जवानों ने धूंआ उठता देख दुकानदार को जगाया 

प्रशासन ने जारी की 10,000 की फौरी राहत 

उपमंडल संगड़ाह में फायर स्टेशन न होने से करोड़ो के सरकारी भवन भी आग से सुरक्षित नहीं

 संगड़ाह। सिरमौर जिला के नागरिक उपमंडल मुख्यालय संगड़ाह में गत मध्य रात्रि करीब डेढ़ बजे जूते की दुकान में लगी आग को Fire Brigade के पहुंचने पर सुबह करीब साढ़े 5 बजे बुझाया जा सका। जानकारी के अनुसार रात्रि गश्त कर तैनात पुलिस अथवा Home Guard के जवानों ने दुकान से धूंआ निकलता देखा तो तुरंत दुकानदार को इसकी सूचना दी। ताला खोलते ही आग की लपटें भड़क उठी। स्थानीय लोगों, पुलिस व होम गार्ड के जवानों ने पहले बाल्टियों व पानी की पाइप से आग बुझाने की कोशिश की और आग नियन्त्रण में न आने पर पानी का टैंकर लाया गया। इसके बावजूद दुकान के अंदरूनी हिस्से तक पानी न पंहुचने से आग बुझाने में कामयाबी नहीं मिल सकी। सुबह करीब सवा 4 बजे दमकल विभाग की टीम पंहुची और लगभग साढ़े 5 बजे तक आग काबू पा लिया गया। आग न बुझने की सूरत में दुकान मालिक के चार मंजिला रिहायशी मकान व मुख्य बाजार की अन्य दुकानों के भी आगजनी की चपेट में आने का खतरा बना हुआ था और इनमें से कुछ मे LPG cylinder व अन्य ज्वलनशील चीजें भी थी। आग लगने से करीब 20 लाख के जूते व अन्य सामान जलने की जानकारी Police को दी गई है और एक Truck के करीब जला हुए सामान का ढेर लगा है। दुकानदार राजेन्द्र शर्मा ने बताया कि, रविवार सुबह उपमंडल प्रशासन की तरफ से तहसीलदार ने 10,000 ₹ की तुरंत राहत राशि जारी की है। 


 आग लगने का कारण बिजली का शाट सर्किट होना समझा जा रहा है। गौरतलब है कि, उपमंडल मुख्यालय संगड़ाह मे फायर स्टेशन अथवा चौकी होने के चलते आग लगने पर या तो लोगों को खुद जान जो की में डालकर आग बुझानी पड़ती है या फिर संपत्ति राख होने के बाद ही आग बुझती है। निजी भवनों के अलावा यहां मौजूद साढ़े 10 करोड़ की Hospital Building, करीब 11 करोड़ का Degree College तथा साढ़े 7 करोड़ के Mini Secretariat भवन जैसी सरकारी इमारतें भी सुरक्षित नहीं है। जानकारी के अनुसार दमकल विभाग द्वारा 4 साल पहले यहां Fire Station अथवा Post की प्रपोजल भेजी गई थी, मगर आज तक कल्याणकारी राज्य सरकार से इसे स्वीकृति नहीं मिली। स्थानीय लोगों ने बताया कि, संगड़ाह में पहली बार आग बुझाने दमकल वाहन पंहुचा और 60 किलोमीटर दूर जिला मुख्यालय नाहन से खस्ताहाल सड़क से पंहुचने में कम से कम 3 घंटे लगते हैं। उपमंडल संगड़ाह के गांव बड़ग में गत 30 अगस्त को 2 दुकानें व 2 सितंबर को 1 कार भी आगजनी की चपेट में आ चुकी है। DSP संगड़ाह मुकेश डडवाल ने बताया कि, आग लगने का पता चलते ही Police Team ने घटनास्थल पर पहुंचकर राहत एवं बचाव कार्य शुरू कर दिया था और रिहायशी मकान खाली करवा दिया था। स्थानीय लोगों के साथ बाल्टियों से पानी ढोकर आग बुझाने की कोशिश कर रहे पुलिस व होम गार्ड के जवानों की लोग सराहना कर रहे हैं।

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