कल्याणकारी सरकार ने संगड़ाह की 6th Limestone Mine पर शुरू करवाया खनन कार्य
192 बीघा की Mine से 10 को प्रत्यक्ष तथा 100 लोगों को परोक्ष रोजगार देने का दावा स्वंयसेवी संगठनों ने Mining Guard, Geo tagging व धर्म कांटे की व्यवस्था न होने तक की खनन रोकने की मांग
Civil subdivision संगड़ाह में 5 माह में चालू हुई डेढ़ दशक से बंद पड़ी 3 Limestone Mines
"धीरे-धीरे कटे वृक्ष और चमन हुआ वीरान, कहीं किसी की भरी तिजोरी कोई हुआ धनवान" ये पंक्तियां राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता पर्यावरण प्रेमी किंकरी देवी के गृह क्षेत्र संगड़ाह मे बिना उचित जांच की व्यवस्था के सरकार द्वारा धड़ल्ले से करवाए जा रहे खनन पर सटीक बैठती है। 1990 के दशक में सिरमौर जिला की 71 अवैध व Unscientific Limestone Mines को बंद करवाने वाली किंकरी देवी को हालांकि वर्ष 2001 में तत्कालीन Prime Minister of India द्वारा स्त्री शक्ति पुरस्कार से सम्मानित किया गया था, मगर 2007 में उनके पंचतत्व में विलीन होने के बाद से प्रर्यावरण को बचाने के दावे करने वाली कल्याणकारी सरकार ने एक बार फिर उस दौरान बंद हुई चूना पत्थर खदानों को Legalize कर चालू करना शुरू कर दिया।
संगड़ाह से करीब 3 Kilometer दूर मंडोली नामक स्थान पर डेढ़ दशक बंद पड़ी Himalaya Limestone Mine पर हाल ही में सरकार अथवा संबधित विभागों द्वारा फिर से खनन कार्य शुरू हो चुका है। उक्त Mine के संचालक रविन्द्र यादव तथा Mining Engineer डीके सिन्हा के अनुसार इस खदान से जहां 8 Insured मजदूरों सहित दस लोगों को Direct Employment मिलेगा, वहीं सौ के करीब लोगों को Indirect रूप से income होगी। पिछले पांच माह में क्षेत्र में बरसों से बंद पड़ी तीन चूना खदानों को देवभूमि की नई कार्यकारी सरकार से बिना उपयुक्त जांच की व्यवस्था के हरी झंडी मिल चुकी है। करीब दो माह पहले क्षेत्र के गांव भड़वाना के साथ लगती संत Limestone Mine पर काम भी शुरू हो चुका है।
इसके अलावा नाहन Road पर संगड़ाह से तीन किलोमीटर दूरी पर Durga Limestone Mine पर भी गत 15, मार्च से खनन कार्य शुरू हो चुका है, हांलांकि विभाग के अनुसार उक्त माइन की लीज Area से बाहर खनन की शिकायतों के बाद गत माह से यहां Mining activity पर अस्थाई रोक लगाई गई है। Degree College Sangrah के समीप 192 बीघा lease area में मौजूद हिमालय Limestone Mine के संचालक एवं खनन अभियंता के अनुसार सरकार द्वारा केवल 112 बीघा में खनन कार्य की अनुमति दी गई है। राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता पर्यावरण प्रेमी किंकरी देवी की मुहिम के दौरान 1992 में बंद हुई सिरमौर की 71 अवैध व अवैज्ञानिक चूना खदानों में जानकारी के मुताबिक उपमंडल संगड़ाह की 8 Mines शामिल थी, जिनमें से 6 चल पड़ी है।
इस उपमंडल की वालिया माइन संगड़ाह, नेगी माइन भड़वाना, वालिया माइन भूतमढ़ी व दुर्गा माइन बोरली तथा गुप्ता हिमालय Limestone Mine मंडोली को जहां खनन की अनुमति है, वहीं संत माइन भड़वाना को Stock उठाने की अनुमति वर्तमान सरकार से मिली है। करीब 192 बीघा में मौजूद हिमालय माइन उपमण्डल संगड़ाह की दूसरी सबसे बड़ी चूना खदान है, जबकि 376 बीघा में मौजूद भूतमढ़ी Limestone Mine क्षेत्रफल की दृष्टि से पहले नंबर पर है। नागरिक उपमंडल में चल रही चूना खदानों पर on record Insured Labour की संख्या हालांकि मात्र 35 के करीब है, मगर संबंधित खनन व्यवसायियों के अनुसार इन खदानों से 500 के करीब लोगों को परोक्ष रोजगार मिल रहा है।
उधर खनन विभाग के अनुसार स्वयंसेवी संगठनों की अपील पर उपमण्डल संगड़ाह में चार CCTV cameras लगाए जा चुके हैं तथा खनन रक्षक की नियुक्ति की Proposal Government of Himachal Pradesh को भेजी जा चुकी है। स्वयंसेवी संगठन सारा, त्रिनेत्रा, NMB, KPS व SVM आदि ने संबंधित विभाग द्वारा संगड़ाह मे अवैध व अवैज्ञानिक खनन रोकने के लिए एक Mining Guard तक की नियुक्ति न किए जाने तथा धर्मकांटा व Geo tagging जैसी मूलभूत जांच की व्यवस्थाएं न किए जाने को अवैध खनन को सरकारी छूट करार दिया।
उक्त संगठनों के पदाधिकारी विजेंद्र सिंह, बीएन शर्मा, विनोद कंठ, आरडी शर्मा व बबलू चौहान आदि ने कहा कि, राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता पर्यावरण प्रेमी किंकरी देवी के निधन के बाद से क्षेत्र में Illegal व अवैज्ञानिक खनन फिर जारी है। उन्होंने कहा कि, सरकार द्वारा जहां मात्र 782 बीघा भूमि पर खनन को हरी झंडी दी गई है, वहीं पड़ोसी राज्यों खनन माफिया अथवा व्यवसायियों द्वारा करीब 1,100 बीघा में चूना खनन के लिए पहाड़ों को तोड़ा जा रहा हैं। क्षेत्र के प्रर्यावरण प्रेमियों ने संत माइन पर पुराने स्टाक के नाम पर भारी Blasting होने तथा दुर्गा लाइमस्टोन माइन पर प्रतिबंध के बावजूद धमाके किए जाने को खनन माफिया की सक्रीयता बताया।
जिला खनन अधिकारी एस चंद्र ने उपमण्डल संगड़ाह में हाल ही में गुप्ता Associate की हिमालय माइन पर सरकार की अनुमति के अनुसार खनन कार्य शुरू होने की पुष्टि की। उन्होंने कहा कि, रोजगार अथवा मजदूरों संबंधी record Mine Sefty अथवा श्रम विभाग देखता है तथा समय-समय पर खनन कार्यो की जांच की जाती है। प्रदेश उच्च न्यायालय की High Power Committee में शामिल संबंधित विभागों के अधिकारी तथा स्थानीय SDM भी हर साल क्षेत्र की चूना खदानों की संतोषजनक जांच करते हैं। डीएसपी संगड़ाह अनिल धौलटा ने कहा कि, अवैध Mining करने वालों के समय-समय पर चालान किए जाते हैं। बहरहाल क्षेत्र मे तीन नई Limestone Mine शुरू होने से जहां कुछ और लोगों को रोजगार मिलने अथवा तिजोरी भरने की उम्मीद है, वहीं अवैध खनन रोकने की मांग भी उठ रही है।
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