संगड़ाह के ज्योति व राजेश बने Inspector 👇
HPPCL ने भूस्वामियों से मांगे Letter of Interest
Rockfield technique से बनेगा 26 किलोमीटर लंबा बांध
गिरी नदी पर करीब 7,000 करोड़ की लागत से बनने वाले रेणुकाजी बांध के लिए HPPCL द्वारा किसानों से हजारों मिट्रिक टन चिकनी मिट्टी खरीदी जाएगी। मिट्टी के अलावा करीब 26 किलोमीटर लंबे इस Rockfield Dam के लिए कंकड़ पत्थर लिए जाने की प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है। किसानों से जमीन अथवा मिट्टी लिए के मुद्दे पर चर्चा करने के लिए गुरुवार को बांध प्रबंधन की एक Team द्वारा उक्त उपमंडल संगड़ाह जबलोग व ठीरधार आदि स्थानों का दौरा किया गया। Himachal Pradesh Power corporation limited द्वारा विशेषज्ञों से Sample test करवाए जाने के बाद सिरमौर जिला के ठीरधार, जबलोग, खादरी, पंजाहल, शीतला, कटांह, कांसर, अंधेरी व मंडोली आदि नजदीकी गांवों की मिट्टी व पत्थर डेम के लिए सलेक्ट किए गए है। गिरी नदी के जटोन नामक स्थान से फीलिंग के लिए रेत ली जाएगी। उक्त Project में हजारों Metric Ton मिट्टी पत्थर का इस्तेमाल होगा, हालांकि अभी तक सही मात्रा की सटीक जानकारी उपलब्ध होना शेष है। बांध प्रबंधन द्वारा मिट्टी व कंकड़ पत्थर के खनन के लिए जमीन लीज पर लिए जाने की Proposal बनाई गई है। उक्त निर्माण सामग्री निकाले जाने के बाद जमीन भू स्वामियों को लौटा दी जाएगी। गिरी नदी पर वर्ष 1994 से प्रस्तावित उक्त बांध के लिए हिमाचल सरकार द्वारा वर्ष 2008 में Section 17 (4) लगाकर 34 गांवों की भूमि अधिग्रहण की गई थी तथा लगभग सभी भूस्वामियों को मुआवजा दिया जा चुका है। भूमि अधिग्रहण के अलावा परियोजना की Investigation संबंधी अधिकतर गतिविधियां भी पूरी हो चुकी है। भारी भरकम बजट वाली उक्त परियोजना का वास्तविक निर्माण कार्य शुरू न होने का मुख्य कारण अब तक वांछित Budget न मिलना समझा जा रहा है, हांलांकि इसके भूमि अधिग्रहण व जांच कार्यों पर करोड़ों की रकम खर्च भी हो चुकी है।
मिट्टी पत्थर के लिए भूमि लीज पर दिए जाने को लेकर कितने किसान अथवा भूस्वामी तैयार होते हैं, इस बारे लेटर आफ इंटरेस्ट कार्यालय में जमा होने के बाद जानकारी मिल सकेगी। उपमंडल संगड़ाह के जबलोग, ठीरधार व मंडोली आदि गांवों के कुछ किसानों ने कहा कि, उपजाऊ मिट्टी अथवा Soil की परत निकाले जाने के बाद कईं दशकों के लिए जमीन की उपजाऊ क्षमता समाप्त हो जाएगी, इसलिए वह परियोजना से मिल रही मिट्टी की कीमत का पता चलने के बाद ही अपनी जमीन देंगे। उक्त बांध से विस्थापित होने वाले 34 गांव के 1100 सौ के करीब किसानों की मनोदशा को लेकर हिमाचली फिल्मकार मेला राम शर्मा द्वारा बनाई गई Documentary "In the Twilight Zone" को गत वर्ष शिमला में आयोजित अंतरराष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल में बेस्ट डॉक्युमेंट्री of Stere का पुरस्कार मिल चुका है। क्षेत्र में 90 के दशक से लगभग हर लोकसभा तथा विधानसभा चुनाव में हालांकि दिल्ली को 23 क्यूमेक्स पानी उपलब्ध करवाने वाली रेणुकाजी बांध परियोजना व इसके प्रभाव मुख्य मुद्दा रहें है, मगर अब तक उक्त परियोजना का निर्माण कार्य शुरू करने के लिए जरूरी बजट मिलना शेष है। रेणुकाजी बांध परियोजना के AGM ने बताया कि, आसपास के जिन गांव के मिट्टी व पत्थर के Sample select हुए हैं, वहां के भूस्वामियों से सहमति को लेकर आषय पत्र मांगे गए हैं। उन्होंने कहा कि, जमीन के मालिकों से मिट्टी पत्थर के लिए भूमि लीज पर दिए जाने को लेकर राय ली जा रही है।
HP लोक सेवा आयोग की परीक्षा पास करने वाले 29 में से 2 होनहार संगड़ाह से
हिमाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा गुरुवार को जारी विभिन्न 29 पदों के Result की List में उपमंडल संगड़ाह के ज्योति व राजेश का नाम शामिल होने से उनके परिजन व परिचित काफी उत्साहित है। क्षेत्र के गांव पालर की ज्योति शर्मा पुत्रि वेद प्रकाश का चयन audit Inspector के पद के लिए हुआ है। ज्योति के पिता Police विभाग में कार्यरत है तथा मां ग्रहणी है। इसके अलावा उपमंडल के गांव कांडो-बढ़ोल के राजेश शर्मा का चयन बतौर पंचायत निरीक्षक हुआ।
पंचायत इंस्पेक्टर बने राजेश के पिता बीएस शर्मा सेवानिवृत्त शिक्षक (School Principal) तथा मां गृहणी है। सिरमौर जिला के दूरदराज के गांवों से संबंध रखने वाले इन दोनों युवाओं के Allied services परिक्षा में उत्तीर्ण होने से क्षेत्रवासी काफी उत्साहित है। गुरुवार को Social media पर काफी लोगों ने इन दोनों को बधाई दी। उक्त छात्रों के परिचितों के अनुसार सामान्य परिवार से ताल्लुक रखने वाले इन दोनों छात्रों की कामयाबी अन्य युवाओं को भी Inspire करेगी।
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