खबरनामा सिरमौर 👇
Weight-Bridgt न होने से 1982 से चूना खदानों से लगातार हो रही अवैध ढुलाई
संगड़ाह में गत वर्ष Mining Check Post व वेटब्रिज को स्विकृति मिलने के बावजूद कार्य लंबित
संगड़ाह। नागरिक उपमंडल संगड़ाह में करीब 782 बीघा भूमि पर मौजूद 5 Limestone Mines से हर साल उद्यौगपतियों तथा Government of Himachal Pradesh को लाखों की आमदनी होने के बावजूद यहां खनन कार्यों तथा Overloaded Truchs की जांच की मूलभूत व्यवस्था तक नही की गई। क्षेत्र से हर रोज बिना वजन किए पांच दर्जन के करीब Limestone के ट्रक बेरोकटोक निकलते हैं तथा Police Officers के अनुसार धर्म कांटा न होने से यहां ओवरलोडिंग के चालान अथवा मामले दर्ज हो ही नहीं सकते। ओवरलोडिंग के चालान न होने तथा अवैध खनन की जांच के लिए यहां एक Mining Inspector तक नियुक्त न होने को इलाके के प्रर्यावरण प्रेमी Illogical Mining को सरकारी छूट करार दे चुके हैं। कस्बे के मुख्य बाजार से निकलने वाले Limestone के कईं ओवरलोडेड ट्रकों की तस्वीरें व Videos हालांकि यहां लगे दुकानदारों व पुलिस के CCTV कैमरों मे हर रोज़ रिकॉर्ड हो रही है, मगर पुलिस प्रशासन यहां वेटब्रिज न होने के चलते अवैध ढुलाई के चालान करने में असमर्थता जताते हैं। नागरिक उपमंडल संगड़ाह में एक भी माइनिंग गार्ड न होने के कारण यहां सैंकड़ों बीघा में मौजूद लाइमस्टोन एरिया में अवैध व Unscientific Mining पर नियंत्रण रखना आसान नहीं है। खनन विभाग के अनुसार हालांकि समय मिलने पर अन्य क्षेत्रों से यहां खनन रक्षक को माइनिंग की जांच के लिए भेजा जाता है, मगर जिला सिरमौर में गत वर्ष से खाली पदों के चलते नियमित रूप से निरिक्षण के लिए कर्मचारी भेजना संभव नहीं है। गत वर्ष हिमाचल सरकार द्वारा संगड़ाह के लिए खनन पड़ताल चौकी भी स्विकृत की जा चुकी है, मगर खनन विभाग अथवा प्रशासन गत अक्टूबर माह से इसके लिए जमीन चयनित नही कर सके। लाइमस्टोन से लदे ट्रकों के पास मौजूद माइनिंग फार्म अथवा W Form में वेट संबंधी कालम खाली रखा जाता है, जो कि नियमानुसार सही नहीं है। प्रर्यावरण प्रेमियों के अनुसार हालांकि उक्त कालम खाली रखे जाने पर नियमानुसार चालान किया जा सकता है, मगर प्रर्यावरण प्रेमी किंकरी देवी के इस गृह क्षेत्र में जानकारी के मुताबिक 1982 से अब तक ऐसा नहीं हुआ। प्रर्यावरण प्रेमी बबलू चौहान द्वारा ली गई RTI के मुताबिक, हालांकि गत वर्ष संगड़ाह पुलिस द्वारा दो चूना पत्थर ट्रकों के चालान किए गए, मगर संबंधित पुलिसकर्मियों के अनुसार इसके बाद से वेट ब्रिज न होने के चलते अधिकारियों द्वारा चालान न करने को कहा गया है। उपमंडल में सरकार द्वारा 782 बीघा के करीब भूमि पर खनन कार्य की अनुमति दिए जाने के बावजूद यहां अवैज्ञानिक व अवैध खनन की जांच के लिए माइनिंग गार्ड, धर्म कांटा, Online एम फार्म व लीज एरिया की जीओ टैगिंग जैसी मूलभूत व्यवस्था नही की गई। यहां मौजूद लाइमस्टोन माइन्स तथा चूना पाउडर फैक्ट्रियों की बदौलत हर साल जहां खनन व्यवसायियों को लाखों की आमदनी हो रही है, वहीं अधिकतर ग्रामीणों के हिस्से में केवल प्रदूषण अथवा माइनिंग के Side Ifects आ रहे हैं। संगड़ाह College के समीप मौजूद गुप्ता Associates की हिमालय माइन से हर रोज 10 से 15 ओवरलोड ट्रक पुलिस सहायता कक्ष के पास से निकल रहे हैं। National Award विजेता किंकरी देवी के पौत्र विजेंद्र कुमार, स्वयंसेवी संस्था सारा के सचिव बीएन शर्मा तथा पर्यावरण प्रेमी बबलू चौहान द्वारा क्षेत्र में अवैध व वैज्ञानिक खनन को लेकर गत दो वर्षों में कईं शिकायतें प्रदेश सरकार तथा संबंधित विभागों को भेजी जा चुकी है। विजेंद्र द्वारा गुरुवार को इस बारे CM Helpline number पर भी शिकायत दर्ज करवाई जा चुकी है। स्थानीय ट्रक आपरेटर यूनियन की स्थानीय इकाई द्वारा गत 4, नवंबर, 2019 को खनन व्यवसाइयों द्वारा ओवरलोडिंग के लिए उन पर दबाव डालने के मुद्दे पर SDM संगड़ाह को लिखित शिकायत सौंपी गई थी। खनन व्यवसाइयों के अनुसार संगड़ाह के आसपास धर्म कांटा न होने के चलते गाड़ी को अंदाजन क्षमता के अनुसार लोड किया जाता है।
Mining Check Post संगड़ाह के लिए जमीन चयनित होना शेष
जिला खनन अधिकारी सिरमौर सरीत चंद्रा ने कहा कि, गत वर्ष उपमंडल संगड़ाह के लिए सरकार द्वारा एक माइनिंग चैक पोस्ट व गार्ड को स्विकृत दी जा चुकी है तथा उक्त चौंकी में धर्म कांटा भी लगाया जाएगा। उन्होंने कहा कि, उक्त चौंकी के लिए अब तक जमीन चयनित नहीं हो सकी है तथा इस बारे SDM संगड़ाह को लिखा जा चुका है। एसडीएम संगड़ाह IAS राहुल कुमार ने कहा कि, उन्हें माइनिंग चैक पोस्ट को लेकर खनन अधिकारी से कोई पत्र नहीं मिला है तथा अधिकारिक जानकारी मिलते ही जमीन संबंधी औपचारिकताएं पूरी करवाई जाएगी। DSP संगड़ाह अनिल धौलटा व स्थानीय थाना प्रभारी के अनुसार चूना खदानों से निकलने वाले ट्रकों की नियमित जांच की जाती है। उन्होंने कहा कि, धर्म कांटा लगाने संबंधी मामला उनके विभाग से संबंधित नहीं है तथा बिना वजन किए कानूनन ओवरलोडिंग के चालान नहीं किए जा सकते।
नियमों तोड़ने वाले बाहरी राज्य के लोगों को ग्रामीणों ने रोका
पुलिस को बुलाकर करवाएं चालान
संगड़ाह। पुलिस सहायता कक्ष संगड़ाह के समीप से चालाकी से निकले सोशल डिस्टेंसिंग संबंधित नियमों की अवहेलना करने वाले उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड के मजदूरों को 4 किलोमीटर दूर स्थित गांव बोरली के लोगों द्वारा रोका गया। इन दिनों छुट्टी पर मौजूद एक Indian Army के सिपाही व एक पूर्व प्रधान सहित आधा दर्जन ग्रामीणों द्वारा जब एक Bike पर 3 तथा कार में 7 लोगों को देखा गया तो, उनका माथा ठनका। इन लोगों द्वारा फोन पर पुलिस व मीडिया कर्मियों को सूचना दी गई तथा पुलिस बल के आने तक उन्हें रोक गया। ग्रामीणों द्वारा बुधवार सायं न केवल उक्त सभी लोगों की तस्वीरें ली गई, बल्कि उनका नाम व पता पूछकर लिस्ट भी बनाई गई। इस दौरान संगड़ाह-नाहन मार्ग पर गश्त कर रहे ASI द्वारा कुछ समय बाद उनकी गाड़ियों के चालान किए गए। संगड़ाह में नाके पर तैनात पुलिसकर्मियों ने बताया कि, दरअसल यहां से कार में तीन तथा बाइक पर एक ही शख्स निकला तथा बाकी आगे तक संभवतः पैदल ही गए होंगे। उपमंडल शिलाई पनोग गांव से पांवटा साहिब की ओर जा रहे उक्त मजदूरों की कार के अलावा पुलिस द्वारा उनके ट्रैक्टर का भी उपायुक्त द्वारा जारी Lockdown तथा सोशल डिस्टेंसिंग संबंधी आदेशों की अवहेलना के लिए चालान किया गया। बुधवार को संगड़ाह पुलिस द्वारा सोशल डिस्टेंसिंग संबंधी डीएम सिरमौर के आदेशों की अवहेलना पर कुल 5 चालान किए गए। गुरुवार को गाड़ी में निर्धारित से ज्यादा यात्री बिठाने के लिए 3 लोगों के चालान हुए, जबकि गलत पार्किंग के लिए चार लोगों के चालान किए गए। डीएसपी संगड़ाह अनिल धौलटा ने बताया कि, पुलिस द्वारा चालकों को उपायुक्त द्वारा जारी सोशल डिस्टेंसिंग संबंधी आदेशों के मुताबिक यात्री ले जाने के लिए जागरूक भी किया जा रहा है।
संगड़ाह में 197 को किया Home Ouarantine
दिल्ली चंडीगढ़ के अलावा हिमाचल के विभिन्न हिस्सों से क्षेत्र में लौटे थे लोग
संगड़ाह। दिल्ली, पंजाब चंडीगढ़, उत्तर प्रदेश व हरियाणा आदि के अलावा प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से उपमंडल अथवा स्वास्थ्य खंड संगड़ाह में पहुंचे 197 लोगों को प्रशासन द्वारा Home Ouarantine किया गया है। प्रशासन द्वारा गठित की गई सर्विलांस टीम तथा दो डॉक्टर इन पर बराबर नजर रखे हुए हैं। उक्त लोगों में से 116 की निगरानी डॉ निशा तथा 81 की डॉ जितेंद्र द्वारा की जा रही है। इनके अलावा पांवटा साहिब से आई एक महिला कर्मी में गत सप्ताह बुखार व जुकाम जैसे लक्षण दिखने के बाद उन्हें क्वारेंटाइन सेंटर संगड़ाह में रखा गया है। दिल्ली के करोल बाग से लौटे एक शख्स को नौहराधार में संस्थागत क्वॉरेंटाइन किया गया है। बीएमओ संगड़ाह डॉ यशवंत ने कहा कि, प्रशासन द्वारा गठित सर्विलांस टीम में शामिल डॉ निशा व जितेन्द्र इन लोगों पर नजर बनाए हुए हैं। गौरतलब है कि, गत सप्ताह पुलिस थाना में एक युवक पर लॉक डाउन के नियमों की अवहेलना के लिए मामला दर्ज किया जा चुका है। उपायुक्त सिरमौर के निर्देशानुसार क्षेत्र के पंचायत प्रतिनिधियों द्वारा भी नजर रखी जा रही।
संगड़ाह में तीनों ATM बंद होने से बढ़ रही भीड़
लॉक डाउन के बीच SBI एटीएम भी बंद
शाखा प्रबंधकों के अनुसार नई मशीनें आने में लग सकते हैं कईं दिन
संगड़ाह। बस अड्डा सगंड़ाह के समीप मौजूद युको व राज्य सहकारी बैंक ATM मशीनों पर जहां पिछले साल ही ताले लग चुके हैं, वहीं गत सप्ताह तीसरी व आखरी एसबीआई एटीएम भी बंद हो चुकी है। Lockdown के बीच एटीएम पर ताले लगे होने से उक्त बैंकों के बाहर भीड़ अथवा लाइनें लग रही है। बैंकों के खाताधारकों तथा स्थानीय व्यापारियों में इस मामले को लेकर नाराजगी है। युको व सहकारी बैंकों के शाखा प्रबंधकों के अनुसार मौजूदा एटीएम की जगह नई कंपनी की मशीने लगनी है अथवा इन्हें चालू करने का कार्य संभवत: लॉक डाउन के समाप्त होने के बाद ही हो सकेगा। सहकारी बैंक एटीएम पर 9 नवंबर 2018 को जड़ा गया ताला जहां अब तक नहीं खोला गया है, वहीं युको बैंक एटीएम पर भी गत छः माह से अनिष्चितकाल के लिए ताला लग चुका है। सहकारी बैंक एटीएम बंद होने की शिकायत स्थानीय लोग कईं बार संबंधित अधिकारियों तथा बैंक निदेशक से कर चुके हैं, मगर हालात नहीं सुधरे। करीब 40 हजार खाताधारकों वाले इन बैंकों के ग्राहकों के अलावा स्थानीय व्यापारियों व आस पास के ग्रामीणों को भी एटीएम बंद होने के चलते परेशानी झेलनी पड़ती है। क्षेत्र के पंचायत प्रतिनिधियों तथा स्थानीय व्यापारमंडल ने सहकारी बैंक एटीएम एक साल से बंद होने तथा युको एटीएम पर भी ताला जड़ने के लिए बैंक मैनेजमेंट तथा प्रशासन के प्रति नाराजगी जताई। हिमाचल प्रदेश राज्य सहकारी बैंक निदेशक बलदेव भंडारी के अनुसार खराब हो चुकी उक्त एटीएम जगह नई मशीन लगाने के आदेश दे दिए हैं। युको बैंक शाखा प्रबंधक के अनुसार यहां नई कंपनी की ATM लगाई जानी है तथा इस बारे कोई समय सीमा तय नही है। एसबीआई के ब्रांच मैनेजर जीएस रमौला ने कहा कि, उनकी एटीएम के कार्ड रीडर में खराबी है तथा फिलहाल लॉक डाउन के चलते इसकी मुरम्मत करवाना मुमकिन नहीं है।
Hacker ने Nurse के खाते से उड़ाए 15 हजार
Google Pay QR code से खाली किया खाता
बाद में फोन पर दी Social Midea पर बदनाम करने की धमकी
संगड़ाह। Google Pay का QR code इस्तेमाल कर एक शातिर ने संगड़ाह अस्पताल में कार्यरत नर्स के खाते से 15,000 रूपए निकाल लिए। इतना ही नहीं बाद में उक्त शख्स उसके फोन से तस्वीरें हैक कर Social Midea पर वायरल करने अथवा बदनाम करने की भी धमकियां देता रहा। महिला स्वास्थ्य कर्मी द्वारा इसकी शिकायत हिमाचल Police Helpline number पर भेजी जा चुकी है। Hacker की नई तकनीक से धोखा खाने वाली पढ़ी लिखी Nurce ने नाम न छापने की अपील करते हुए कहा कि, दरअसल उसे बिना ODP खाते से पैसे उड़ाए जाने का अंदाजा नही था तथा वह अपने विभाग के एक कर्मचारी की बातों में आ गई। शातिर ने दरअसल अस्पताल में कार्यरत एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के नंबर पर फोन कर गूगल पै का इस्तेमाल करने वाले किसी शख्स से बात करवाने को कहा। 4th Class Employee की माने तो उसने अंबाला के अपने एक परिचित से 20,000 रुपए लेने थे तथा इसके लिए उसने टेली Medicine Dipartment में कार्यरत उक्त नर्स के गूगल Pay अकाउंट में का इस्तेमाल करने को कहा। उसने अपने Mobile पर ही नर्स की बात पैसे उड़ाने वाले से करवाई तथा बात करते-करते जैसे ही क्यूआर कोड स्केन हुआ खाता खाली हो गया। पहली बार में हैकर ने 10,000 तथा दूसरी बार में 5000 निकाल लिए। चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी की माने तो उसने काफी साल पहले अंबाला के एक शख्स को 20,000 रूपए उधार दिए थे तथा वह उक्त राशि अब लौटना चाह रहा था। DSP संगड़ाह अनिल धौलटा ने बताया कि, इस मामले में नियमानुसार कार्यवाही की जएगी। उन्होंने क्षेत्रवासियों से किसी को भी अपना पासवर्ड, आधार कार्ड नंबर व ओटीपी न देने तथा अंजाम शख्स द्वारा दिए गए लिंक अथवा क्यूआर कोट का इस्तेमाल न करने की अपील की।
सराहां में COVID-19 Health Center खोले जाने को मानवीय दृष्टिकोण से देखें : DC
सराहां Hospital में कोविड संक्रमितों को एहतियातन अलग भवन में रखा जा रहा है
नाहन। सिरमौर जिला के सराहां अस्पताल के भवन में COVID-19 Health Center खोले जाने को मानवीय दृष्टिकोण से देखने की आवश्यकता है। यह बात उपायुक्त सिरमौर डॉ आरके परूथी ने पांवटा साहिब में कोरोना सक्रमित पाए गए मां-बेटी को सराहां में स्थापित कोविड-19 हेल्थ सेंटर में शिफ्ट किए जाने पर स्थानीय लोगों द्वारा आपति दर्ज करने के उपरान्त आज इस सम्बन्ध में पूछे गए सवाल के दौरान व्यक्त किए। उन्होंने बताया कि, सराहां सिविल अस्पताल में कोरोना मरीजों को एहतियातन अलग भवन में रखा गया है और अन्य बिमारियों से सम्बंधित मरीजों का इलाज अस्पताल के अलग भवन में किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि सराहां अस्पताल के स्टाफ को Coronavirus संक्रमित रोगियों की जांच के लिए प्रशिक्षित किया गया है इसलिए चिंता की कोई आवश्यकता नहीं है।
DM ने बताया कि, अस्पताल की जरूरत किसी को भी पड़ सकती है, इसलिए इसे केवल मानवता की दृष्टि से देखें और अफवाहों से बचें, जो लोग इस मामले में बिना जानकारी व बिना तथ्यों के भय पैदा करने की कोशिश करते पाए गए उनके खिलाफ कानुनी कार्यवाही की जाएगी। इसलिए किसी सूचना को बिना जानकारी के सार्वजनिक न करें।
Weight-Bridgt न होने से 1982 से चूना खदानों से लगातार हो रही अवैध ढुलाई
संगड़ाह में गत वर्ष Mining Check Post व वेटब्रिज को स्विकृति मिलने के बावजूद कार्य लंबित
संगड़ाह। नागरिक उपमंडल संगड़ाह में करीब 782 बीघा भूमि पर मौजूद 5 Limestone Mines से हर साल उद्यौगपतियों तथा Government of Himachal Pradesh को लाखों की आमदनी होने के बावजूद यहां खनन कार्यों तथा Overloaded Truchs की जांच की मूलभूत व्यवस्था तक नही की गई। क्षेत्र से हर रोज बिना वजन किए पांच दर्जन के करीब Limestone के ट्रक बेरोकटोक निकलते हैं तथा Police Officers के अनुसार धर्म कांटा न होने से यहां ओवरलोडिंग के चालान अथवा मामले दर्ज हो ही नहीं सकते। ओवरलोडिंग के चालान न होने तथा अवैध खनन की जांच के लिए यहां एक Mining Inspector तक नियुक्त न होने को इलाके के प्रर्यावरण प्रेमी Illogical Mining को सरकारी छूट करार दे चुके हैं। कस्बे के मुख्य बाजार से निकलने वाले Limestone के कईं ओवरलोडेड ट्रकों की तस्वीरें व Videos हालांकि यहां लगे दुकानदारों व पुलिस के CCTV कैमरों मे हर रोज़ रिकॉर्ड हो रही है, मगर पुलिस प्रशासन यहां वेटब्रिज न होने के चलते अवैध ढुलाई के चालान करने में असमर्थता जताते हैं। नागरिक उपमंडल संगड़ाह में एक भी माइनिंग गार्ड न होने के कारण यहां सैंकड़ों बीघा में मौजूद लाइमस्टोन एरिया में अवैध व Unscientific Mining पर नियंत्रण रखना आसान नहीं है। खनन विभाग के अनुसार हालांकि समय मिलने पर अन्य क्षेत्रों से यहां खनन रक्षक को माइनिंग की जांच के लिए भेजा जाता है, मगर जिला सिरमौर में गत वर्ष से खाली पदों के चलते नियमित रूप से निरिक्षण के लिए कर्मचारी भेजना संभव नहीं है। गत वर्ष हिमाचल सरकार द्वारा संगड़ाह के लिए खनन पड़ताल चौकी भी स्विकृत की जा चुकी है, मगर खनन विभाग अथवा प्रशासन गत अक्टूबर माह से इसके लिए जमीन चयनित नही कर सके। लाइमस्टोन से लदे ट्रकों के पास मौजूद माइनिंग फार्म अथवा W Form में वेट संबंधी कालम खाली रखा जाता है, जो कि नियमानुसार सही नहीं है। प्रर्यावरण प्रेमियों के अनुसार हालांकि उक्त कालम खाली रखे जाने पर नियमानुसार चालान किया जा सकता है, मगर प्रर्यावरण प्रेमी किंकरी देवी के इस गृह क्षेत्र में जानकारी के मुताबिक 1982 से अब तक ऐसा नहीं हुआ। प्रर्यावरण प्रेमी बबलू चौहान द्वारा ली गई RTI के मुताबिक, हालांकि गत वर्ष संगड़ाह पुलिस द्वारा दो चूना पत्थर ट्रकों के चालान किए गए, मगर संबंधित पुलिसकर्मियों के अनुसार इसके बाद से वेट ब्रिज न होने के चलते अधिकारियों द्वारा चालान न करने को कहा गया है। उपमंडल में सरकार द्वारा 782 बीघा के करीब भूमि पर खनन कार्य की अनुमति दिए जाने के बावजूद यहां अवैज्ञानिक व अवैध खनन की जांच के लिए माइनिंग गार्ड, धर्म कांटा, Online एम फार्म व लीज एरिया की जीओ टैगिंग जैसी मूलभूत व्यवस्था नही की गई। यहां मौजूद लाइमस्टोन माइन्स तथा चूना पाउडर फैक्ट्रियों की बदौलत हर साल जहां खनन व्यवसायियों को लाखों की आमदनी हो रही है, वहीं अधिकतर ग्रामीणों के हिस्से में केवल प्रदूषण अथवा माइनिंग के Side Ifects आ रहे हैं। संगड़ाह College के समीप मौजूद गुप्ता Associates की हिमालय माइन से हर रोज 10 से 15 ओवरलोड ट्रक पुलिस सहायता कक्ष के पास से निकल रहे हैं। National Award विजेता किंकरी देवी के पौत्र विजेंद्र कुमार, स्वयंसेवी संस्था सारा के सचिव बीएन शर्मा तथा पर्यावरण प्रेमी बबलू चौहान द्वारा क्षेत्र में अवैध व वैज्ञानिक खनन को लेकर गत दो वर्षों में कईं शिकायतें प्रदेश सरकार तथा संबंधित विभागों को भेजी जा चुकी है। विजेंद्र द्वारा गुरुवार को इस बारे CM Helpline number पर भी शिकायत दर्ज करवाई जा चुकी है। स्थानीय ट्रक आपरेटर यूनियन की स्थानीय इकाई द्वारा गत 4, नवंबर, 2019 को खनन व्यवसाइयों द्वारा ओवरलोडिंग के लिए उन पर दबाव डालने के मुद्दे पर SDM संगड़ाह को लिखित शिकायत सौंपी गई थी। खनन व्यवसाइयों के अनुसार संगड़ाह के आसपास धर्म कांटा न होने के चलते गाड़ी को अंदाजन क्षमता के अनुसार लोड किया जाता है।
Mining Check Post संगड़ाह के लिए जमीन चयनित होना शेष
जिला खनन अधिकारी सिरमौर सरीत चंद्रा ने कहा कि, गत वर्ष उपमंडल संगड़ाह के लिए सरकार द्वारा एक माइनिंग चैक पोस्ट व गार्ड को स्विकृत दी जा चुकी है तथा उक्त चौंकी में धर्म कांटा भी लगाया जाएगा। उन्होंने कहा कि, उक्त चौंकी के लिए अब तक जमीन चयनित नहीं हो सकी है तथा इस बारे SDM संगड़ाह को लिखा जा चुका है। एसडीएम संगड़ाह IAS राहुल कुमार ने कहा कि, उन्हें माइनिंग चैक पोस्ट को लेकर खनन अधिकारी से कोई पत्र नहीं मिला है तथा अधिकारिक जानकारी मिलते ही जमीन संबंधी औपचारिकताएं पूरी करवाई जाएगी। DSP संगड़ाह अनिल धौलटा व स्थानीय थाना प्रभारी के अनुसार चूना खदानों से निकलने वाले ट्रकों की नियमित जांच की जाती है। उन्होंने कहा कि, धर्म कांटा लगाने संबंधी मामला उनके विभाग से संबंधित नहीं है तथा बिना वजन किए कानूनन ओवरलोडिंग के चालान नहीं किए जा सकते।
नियमों तोड़ने वाले बाहरी राज्य के लोगों को ग्रामीणों ने रोका
पुलिस को बुलाकर करवाएं चालान
संगड़ाह। पुलिस सहायता कक्ष संगड़ाह के समीप से चालाकी से निकले सोशल डिस्टेंसिंग संबंधित नियमों की अवहेलना करने वाले उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड के मजदूरों को 4 किलोमीटर दूर स्थित गांव बोरली के लोगों द्वारा रोका गया। इन दिनों छुट्टी पर मौजूद एक Indian Army के सिपाही व एक पूर्व प्रधान सहित आधा दर्जन ग्रामीणों द्वारा जब एक Bike पर 3 तथा कार में 7 लोगों को देखा गया तो, उनका माथा ठनका। इन लोगों द्वारा फोन पर पुलिस व मीडिया कर्मियों को सूचना दी गई तथा पुलिस बल के आने तक उन्हें रोक गया। ग्रामीणों द्वारा बुधवार सायं न केवल उक्त सभी लोगों की तस्वीरें ली गई, बल्कि उनका नाम व पता पूछकर लिस्ट भी बनाई गई। इस दौरान संगड़ाह-नाहन मार्ग पर गश्त कर रहे ASI द्वारा कुछ समय बाद उनकी गाड़ियों के चालान किए गए। संगड़ाह में नाके पर तैनात पुलिसकर्मियों ने बताया कि, दरअसल यहां से कार में तीन तथा बाइक पर एक ही शख्स निकला तथा बाकी आगे तक संभवतः पैदल ही गए होंगे। उपमंडल शिलाई पनोग गांव से पांवटा साहिब की ओर जा रहे उक्त मजदूरों की कार के अलावा पुलिस द्वारा उनके ट्रैक्टर का भी उपायुक्त द्वारा जारी Lockdown तथा सोशल डिस्टेंसिंग संबंधी आदेशों की अवहेलना के लिए चालान किया गया। बुधवार को संगड़ाह पुलिस द्वारा सोशल डिस्टेंसिंग संबंधी डीएम सिरमौर के आदेशों की अवहेलना पर कुल 5 चालान किए गए। गुरुवार को गाड़ी में निर्धारित से ज्यादा यात्री बिठाने के लिए 3 लोगों के चालान हुए, जबकि गलत पार्किंग के लिए चार लोगों के चालान किए गए। डीएसपी संगड़ाह अनिल धौलटा ने बताया कि, पुलिस द्वारा चालकों को उपायुक्त द्वारा जारी सोशल डिस्टेंसिंग संबंधी आदेशों के मुताबिक यात्री ले जाने के लिए जागरूक भी किया जा रहा है।
दिल्ली चंडीगढ़ के अलावा हिमाचल के विभिन्न हिस्सों से क्षेत्र में लौटे थे लोग
संगड़ाह। दिल्ली, पंजाब चंडीगढ़, उत्तर प्रदेश व हरियाणा आदि के अलावा प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से उपमंडल अथवा स्वास्थ्य खंड संगड़ाह में पहुंचे 197 लोगों को प्रशासन द्वारा Home Ouarantine किया गया है। प्रशासन द्वारा गठित की गई सर्विलांस टीम तथा दो डॉक्टर इन पर बराबर नजर रखे हुए हैं। उक्त लोगों में से 116 की निगरानी डॉ निशा तथा 81 की डॉ जितेंद्र द्वारा की जा रही है। इनके अलावा पांवटा साहिब से आई एक महिला कर्मी में गत सप्ताह बुखार व जुकाम जैसे लक्षण दिखने के बाद उन्हें क्वारेंटाइन सेंटर संगड़ाह में रखा गया है। दिल्ली के करोल बाग से लौटे एक शख्स को नौहराधार में संस्थागत क्वॉरेंटाइन किया गया है। बीएमओ संगड़ाह डॉ यशवंत ने कहा कि, प्रशासन द्वारा गठित सर्विलांस टीम में शामिल डॉ निशा व जितेन्द्र इन लोगों पर नजर बनाए हुए हैं। गौरतलब है कि, गत सप्ताह पुलिस थाना में एक युवक पर लॉक डाउन के नियमों की अवहेलना के लिए मामला दर्ज किया जा चुका है। उपायुक्त सिरमौर के निर्देशानुसार क्षेत्र के पंचायत प्रतिनिधियों द्वारा भी नजर रखी जा रही।
संगड़ाह में तीनों ATM बंद होने से बढ़ रही भीड़
लॉक डाउन के बीच SBI एटीएम भी बंद
शाखा प्रबंधकों के अनुसार नई मशीनें आने में लग सकते हैं कईं दिन
संगड़ाह। बस अड्डा सगंड़ाह के समीप मौजूद युको व राज्य सहकारी बैंक ATM मशीनों पर जहां पिछले साल ही ताले लग चुके हैं, वहीं गत सप्ताह तीसरी व आखरी एसबीआई एटीएम भी बंद हो चुकी है। Lockdown के बीच एटीएम पर ताले लगे होने से उक्त बैंकों के बाहर भीड़ अथवा लाइनें लग रही है। बैंकों के खाताधारकों तथा स्थानीय व्यापारियों में इस मामले को लेकर नाराजगी है। युको व सहकारी बैंकों के शाखा प्रबंधकों के अनुसार मौजूदा एटीएम की जगह नई कंपनी की मशीने लगनी है अथवा इन्हें चालू करने का कार्य संभवत: लॉक डाउन के समाप्त होने के बाद ही हो सकेगा। सहकारी बैंक एटीएम पर 9 नवंबर 2018 को जड़ा गया ताला जहां अब तक नहीं खोला गया है, वहीं युको बैंक एटीएम पर भी गत छः माह से अनिष्चितकाल के लिए ताला लग चुका है। सहकारी बैंक एटीएम बंद होने की शिकायत स्थानीय लोग कईं बार संबंधित अधिकारियों तथा बैंक निदेशक से कर चुके हैं, मगर हालात नहीं सुधरे। करीब 40 हजार खाताधारकों वाले इन बैंकों के ग्राहकों के अलावा स्थानीय व्यापारियों व आस पास के ग्रामीणों को भी एटीएम बंद होने के चलते परेशानी झेलनी पड़ती है। क्षेत्र के पंचायत प्रतिनिधियों तथा स्थानीय व्यापारमंडल ने सहकारी बैंक एटीएम एक साल से बंद होने तथा युको एटीएम पर भी ताला जड़ने के लिए बैंक मैनेजमेंट तथा प्रशासन के प्रति नाराजगी जताई। हिमाचल प्रदेश राज्य सहकारी बैंक निदेशक बलदेव भंडारी के अनुसार खराब हो चुकी उक्त एटीएम जगह नई मशीन लगाने के आदेश दे दिए हैं। युको बैंक शाखा प्रबंधक के अनुसार यहां नई कंपनी की ATM लगाई जानी है तथा इस बारे कोई समय सीमा तय नही है। एसबीआई के ब्रांच मैनेजर जीएस रमौला ने कहा कि, उनकी एटीएम के कार्ड रीडर में खराबी है तथा फिलहाल लॉक डाउन के चलते इसकी मुरम्मत करवाना मुमकिन नहीं है।
Hacker ने Nurse के खाते से उड़ाए 15 हजार
Google Pay QR code से खाली किया खाता
बाद में फोन पर दी Social Midea पर बदनाम करने की धमकी
संगड़ाह। Google Pay का QR code इस्तेमाल कर एक शातिर ने संगड़ाह अस्पताल में कार्यरत नर्स के खाते से 15,000 रूपए निकाल लिए। इतना ही नहीं बाद में उक्त शख्स उसके फोन से तस्वीरें हैक कर Social Midea पर वायरल करने अथवा बदनाम करने की भी धमकियां देता रहा। महिला स्वास्थ्य कर्मी द्वारा इसकी शिकायत हिमाचल Police Helpline number पर भेजी जा चुकी है। Hacker की नई तकनीक से धोखा खाने वाली पढ़ी लिखी Nurce ने नाम न छापने की अपील करते हुए कहा कि, दरअसल उसे बिना ODP खाते से पैसे उड़ाए जाने का अंदाजा नही था तथा वह अपने विभाग के एक कर्मचारी की बातों में आ गई। शातिर ने दरअसल अस्पताल में कार्यरत एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के नंबर पर फोन कर गूगल पै का इस्तेमाल करने वाले किसी शख्स से बात करवाने को कहा। 4th Class Employee की माने तो उसने अंबाला के अपने एक परिचित से 20,000 रुपए लेने थे तथा इसके लिए उसने टेली Medicine Dipartment में कार्यरत उक्त नर्स के गूगल Pay अकाउंट में का इस्तेमाल करने को कहा। उसने अपने Mobile पर ही नर्स की बात पैसे उड़ाने वाले से करवाई तथा बात करते-करते जैसे ही क्यूआर कोड स्केन हुआ खाता खाली हो गया। पहली बार में हैकर ने 10,000 तथा दूसरी बार में 5000 निकाल लिए। चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी की माने तो उसने काफी साल पहले अंबाला के एक शख्स को 20,000 रूपए उधार दिए थे तथा वह उक्त राशि अब लौटना चाह रहा था। DSP संगड़ाह अनिल धौलटा ने बताया कि, इस मामले में नियमानुसार कार्यवाही की जएगी। उन्होंने क्षेत्रवासियों से किसी को भी अपना पासवर्ड, आधार कार्ड नंबर व ओटीपी न देने तथा अंजाम शख्स द्वारा दिए गए लिंक अथवा क्यूआर कोट का इस्तेमाल न करने की अपील की।
सराहां में COVID-19 Health Center खोले जाने को मानवीय दृष्टिकोण से देखें : DC
सराहां Hospital में कोविड संक्रमितों को एहतियातन अलग भवन में रखा जा रहा है
नाहन। सिरमौर जिला के सराहां अस्पताल के भवन में COVID-19 Health Center खोले जाने को मानवीय दृष्टिकोण से देखने की आवश्यकता है। यह बात उपायुक्त सिरमौर डॉ आरके परूथी ने पांवटा साहिब में कोरोना सक्रमित पाए गए मां-बेटी को सराहां में स्थापित कोविड-19 हेल्थ सेंटर में शिफ्ट किए जाने पर स्थानीय लोगों द्वारा आपति दर्ज करने के उपरान्त आज इस सम्बन्ध में पूछे गए सवाल के दौरान व्यक्त किए। उन्होंने बताया कि, सराहां सिविल अस्पताल में कोरोना मरीजों को एहतियातन अलग भवन में रखा गया है और अन्य बिमारियों से सम्बंधित मरीजों का इलाज अस्पताल के अलग भवन में किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि सराहां अस्पताल के स्टाफ को Coronavirus संक्रमित रोगियों की जांच के लिए प्रशिक्षित किया गया है इसलिए चिंता की कोई आवश्यकता नहीं है।
DM ने बताया कि, अस्पताल की जरूरत किसी को भी पड़ सकती है, इसलिए इसे केवल मानवता की दृष्टि से देखें और अफवाहों से बचें, जो लोग इस मामले में बिना जानकारी व बिना तथ्यों के भय पैदा करने की कोशिश करते पाए गए उनके खिलाफ कानुनी कार्यवाही की जाएगी। इसलिए किसी सूचना को बिना जानकारी के सार्वजनिक न करें।
Comments
Post a Comment