कविता मौत प्रकरण में आया नया मोड़

पिता ने ससुरालियों पर लगाया हत्या का आरोप 
संगड़ाह। नागरिक उपमंडल संगड़ाह के गांव भड़वाना में शनिवार को हुई 24 वर्षीय कविता की मौत अथवा आत्महत्या के मामले में नया मोड़ आया है। मृतक महिला के पिता ने ससुराल पक्ष पर बेटी की हत्या का आरोप लगाया है। रविवार को कविता के शव का Medical College नाहन में पोस्टमार्टम किया गया। मृतका के पिता चेतराम के अनुसार वह शनिवार को ही संगड़ाह थाने मे शिकायत दर्ज करवा चुके हैं। गौरतलब है कि, उपमंडल संगड़ाह के अंतर्गत आने वाले गांव भड़वाना तथा मंडोली में शनिवार को एक महिला व एक पुरूष ने फंदा लगाकर जान गंवाई। गांव भड़वाना में जहां 24 वर्षीय कविता देवी पत्नी रामशरण की मृत्यु हुई, वहीं रौंडी गांव मे 24 वर्षीय जेसीबी ऑपरेटर कुलदीप ने फंदा लगाया था। जानकारी के मुताबिक भड़वाना गांव मे जान गंवाने वाली कविता की एक ही बेटी है। 
नौहराधार के समीप गांव रोंडी में आत्महत्या करने वाला जेसीबी ऑपरेटर संगड़ाह के साथ लगते गांव मंडोली का रहने वाला है तथा रविवार को पोस्टमार्टम के बाद उसका भी शव परिजनों को सौंपा गया। इन दोनों की मौत को लेकर लोग तरह तरह की चर्चाएं कर रहे हैं, हालांकि छानबीन जारी है। DSP संगड़ाह शक्ति सिंह तथा मामले की जांच कर रहे पुलिस अधिकारियों के अनुसार Postmortem के बाद शव परिजनों को सौंपे गए हैं तथा मामले की तहकीकात जारी है।

आज काफी संख्या मे दिखे पड़ोसी राज्यों के सैलानी व Bikers, संगड़ाह में हुए 60 RAT सैंपल Nagetive 

उपमंडल संगड़ाह में आज काफी संख्या मे पड़ोसी राज्यों के सैलानी व बाईकर्स देखे गए। इनमे से कुछ Bikers MV act व कोविड गाइडलाइन की अवहेलना करते भी देखे गए। स्वास्थ्य खंड संगड़ाह में रविवार को हुए सभी 60 रैपिड एंटीजन टेस्ट की रिपोर्ट नेगेटिव पाई गई।


23 बरस के इंतजार के बाद पालर गांव को मिली सिंचाई सुविधा

डेढ़ करोड़ की उठाऊ पेयजल योजना से खेतों में पहुंचा पर्याप्त पानी 

योजना के चालू होने से किसानों को तकदीर बदलने की उम्मीद

संगड़ाह। नागरिक उपमंडल संगड़ाह के अंतर्गत आने वाले गांव लाना पालर के किसानों को सिंचाई सुविधा के लिए पूरे 23 साल का इंतजार करना पड़ा। हाल ही में तैयार हुई उक्त गांव की डेढ़ करोड़ की उठाई सिंचाई योजना से 180 के करीब किसान परिवारों की 1,000 हेक्टेयर भूमि को सिंचाई सुविधा मिली। दरअसल उक्त सिंचाई योजना का निर्माण कार्य हालांकि 1997 में शुरू हो गया था, मगर दो दशक तक विभाग व ठेकेदारों द्वारा स्वीकृत पूरा सरकारी बजट खर्च जाने के बावजूद इस योजना तैयार नहीं किया गया। कई बार ग्रामीणों द्वारा दो दशक मे पूर्व निर्धारित बजट खर्च होने तथा धरातल पर पानी न पंहुचने की संबंधित अधिकारियों व प्रदेश सरकार से शिकायतें भी की गई, मगर इस बारे कोई संतोषजनक कार्यवाही नहीं हुई स्थानीय । विनय शर्मा, तमन सिंह, बलवीर सिंह व गोपाल आदि स्थानीय किसानों ने बताया कि, वह गत वर्ष क्षेत्र के वरिष्ठ भाजपा नेता बलवीर चौहान के नेतृत्व में उक्त मुद्दे को लेकर जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह से मिले, जिसके बाद इसके लिए करीब 93 लाख का अतिरिक्त बजट स्वीकृत हुआ। मंत्री के निर्देशों तथा अधिशासी अभियंता एएम रहमान के प्रयासों से इस साल उक्त परियोजना चालू हो चुकी है तथा लाभार्थियों की कमेटी इसकी देखरेख भी कर रही है। ग्रामीणों ने बताया कि, यहां के किसान परिवार इस बार गत वर्ष से ज्यादा करीब डेढ़ लाख का लहसुन प्रति परिवार बेच चुके हैं तथा इस बार वर्ष से ज्यादा कमाई हुई है। योजना चालू होने से उत्साहित ग्रामिणों द्धारा शनिवार को जल शक्ति विभाग के अधिशासी अभियंता को शाल व स्मृती चिन्ह भेंट कर सम्मानित भी किया गया। ग्रामवासियों ने इस योजना को चालू करने पर खुशी जताई। भाजपा नेता बलवीर चौहान ने बताया कि, जल्द जल शक्ति मंत्री से इसका उद्घाटन करवाए जाने के प्रयास भी जारी है तथा पालर खड्ड पर करीब 7 करोड़ की एक अन्य बहुग्रामीण उठाऊ पेयजल योजना का शिलान्यास भी जल्द करवाया जाएगा। बहरहाल 3 साल में बनने वाले इस प्रोजेक्ट को तैयार होने मे 23 बरस लगने तथा पूर्व निर्धारित एस्टीमेट से कईं गुना ज्यादा बजट खर्च होने से विभाग व ठेकेदारों की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठ रहे हैं, हालांकि किसान परियोजना चालू होने से खुश है। जल शक्ति विभाग के अधिशासी अभियंता नौहराधार अरशद मोहम्मद रहमान में बताया कि, उठाऊ सिंचाई योजना पालर चालू हो चुकी है तथा इससे नियमित रूप से खेतों में पानी पहुंच रहा है।



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