CM के सुरक्षा कर्मियों व SP कुल्लू के बीच हुई झड़प पर उठाए सवाल

डॉ कुलदीप तंवर ने किसान विरोधी मंशा करार दिया


सिरमौर के किसान 15, जुलाई तक करें फसलों का बीमा >

शिमला। हिमाचल किसान सभा ने कुल्लू में मुख्यमंत्री के सुरक्षा कर्मियों और जिला पुलिस अथवा SP के बीच हुई झड़प को खेदजनक बताया। किसान सभा ने राज्य Dr Kuldeep Tanwar ने आरोप लगाया है कि, इस झड़प से प्रदेश सरकार का किसान विरोधी चरित्र सामने आ चुका है। किसान सभा ने यह भी आरोप लगाया है कि, प्रदेश सरकार की मंशा नहीं थी कि फोरलेन संघर्ष समिति के प्रतिनिधि और प्रभावित किसान केंद्रीय सड़क परिवहन एंव राजमार्ग, जहाज़रानी, जल संसाधन, नदी विकास व गंगा संरक्षण मंत्री नितिन गडकरी से मिले। किसान सभा के राज्याध्यक्ष डॉ. कुलदीप सिंह तँवर ने कहा कि, किसान शांतिपूर्ण तरीके से केंद्रीय मंत्री को अपनी मांगों का ज्ञापन सौंपना चाहते थे, जिसके लिए केंद्रीय मंत्री ने हामी भी भर दी थी। इसके बावजूद जानबूझकर बवाल खड़ा किया गया, ताकि मंत्री से मुलाकात न हो पाए। 

डॉ. तँवर ने किसानों को रोकने की कोशिश को बेहद अफसोसजनक बताया। डॉ. तँवर ने कहा कि किसानों को अपनी बात रखने का पूरा अधिकार है। उन्होंने पूरी घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया और मांग की है कि, किसानों को उनकी ज़मीन का उचित मुआवज़ा दिया जाए।

संगड़ाह में 42 में से केवल 1 रेट सैंपल Positive 


2 दिन बाद आएगी अन्य 141 RT-PCR सैंपल की रिपोर्ट 


संगड़ाह। स्वास्थ्य खंड संगड़ाह में बुधवार को हुए कुल 42 रैपिड एंटीजन टेस्ट में से केवल एक की रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई। संगड़ाह, हरिपुरधार व चुनवी में हुए क्रमश: 14, 11 व 3 रेट सैंपल जहां नेगेटिव पाए गए, वहीं नौहराधार में हुए 14 सैंपल में से एक की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। कार्यवाहक बीएमओ संगड़ाह डॉ कृष्णा भटनागर ने बताया कि, इसके अलावा क्षेत्र के गांव गनोग में आज 112 तथा रजाणा में 29 आरटीपीसीआर हुए। उक्त 141 आरटीपीसीआर सैंपल की रिपोर्ट 2 दिन बाद मेडिकल कॉलेज नाहन से आएगी।

स्वास्थ्य खंड संगड़ाह में आज 1,233 लोगों को लगी कोविड वैक्सीन 


18 से 44 आयु वर्ग के लोगों का बिना रजिस्ट्रेशन वैक्सीनेशन होने टीकाकरण के लिए उमड़ी भीड़


संगड़ाह। स्वास्थ्य खंड संगड़ाह में बुधवार को 18 से 44 आयु वर्ग के कुल 1,233 लोगों द्वारा कोविड वैक्सिनेशन करवाया गया। जानकारी के मुताबिक यह क्षेत्र में अब तक का सबसे ज्यादा आंकड़ा है। उपमंडल मुख्यालय संगड़ाह में जहां 185 लोगों द्वारा टीकाकरण करवाया गया, वहीं हरिपुरधार में 310, कुफ्फर गांव में 230, नौहराधार में 174 व घाटों गांव में 55 लोगों द्वारा कोविशिल्ड की पहली डोज लगाई गई। कार्यवाहक बीएमओ संगड़ाह डॉ कृष्णा भटनागर ने बताया कि, ब्लाक में आज कुल 1,233 लोगों द्वारा कोविड वैक्सीन लगवाई गई।

सिरमौर के किसान 15 जुलाई तक करें मक्की व धान की फसलों का बीमा


अदरक की फसल के लिए 30 जून व टमाटर के लिए 31 जुलाई तक होगा बीमा


नाहन। जिला सिरमौर के किसान पुर्नोत्थान प्रधानमन्त्री फसल बीमा योजना के अतंर्गत 15 जुलाई तक खरीफ मौसम की फसलों का बीमा करवा सकेंगे। यह जानकारी उप निदेशक कृषि डॉ पवन कुमार ने दी। उन्होंने बताया कि इस वर्ष सरकार ने खरीफ मौसम 2021 में मक्की तथा धान की फसलों को भी फसल बीमा के लिए शामिल किया है। किसान इन फसलों का बीमा अपने नजदीकी लोकमित्र केन्द्रों के माध्यम से करवा सकते है। इच्छुक किसान अपने दस्तावेज जैसे जमाबन्दी आधार कार्ड, बैंक पास बुक, बिजाई प्रमाण पत्र आदि लेकर लोकमित्र केन्द्रों से आनलाईन पार्टल पर आवेदन कर सकते है। उन्हांेने बताया कि सभी लोकमित्र केन्द्रों को आवश्यक जानकारी सहित सूचित कर दिया है।

उन्होंने बताया कि मक्की की फसल के लिए कुल बीमित राशि 30 हजार रूपये तथा धान की फसल की कुल बीमित राशि भी 30 हजार रूपये निर्धारित की गई है। जबकि मक्की की फसल के लिए 48 रुपये प्रति बीघा तथा धान की फसल के लिए भी 48 रूपये प्रति बीघा प्रीमीयम राथि अदा करनी पड़ेगी।

उन्होंने बताया कि पुर्नगठित मौसम आधारित फसल बीमा योजना के अन्तर्गत अदरक की फसल की बीमित राशि 1.50 लाख रुपये जबकि किसान को 600 रू० प्रति बीघा देय राशि निर्धारित की गई हैं, वहीं टमाटर की फसल की बीमित राशि एक लाख रूपये निधारित की गई है जबकि किसान को 400 रूपये प्रति बीघा प्रीमीयम राशि का भुगतान करना होगा। अदरक की फसल का बीमा करवाने के लिए अन्तिम तिथि 30 जून तथा टमाटर की फसल का बीमा करवाने के लिए अन्तिम तिथि 31 जुलाई 2021 निर्धारित की गई है। ऋणी किसानों के लिए यह फसल बीमा योजना ऐच्छिक कर दी गई है। जो किसान इस योजना का लाभ नहीं लेना चाहते, वह किसान अपने नजदीकी बैंक शाखा मे जाकर बताएं कि वह इस योजना का लाभ लेना नहीं चाहते।

उन्होंने बताया कि, पर्नोत्थान प्रधानमन्त्री फसल बीमा योजना के अन्तर्गत कम वर्षा, सूखा, बाढ सैलाब, भूमि कटाव ओलावृष्टि और फसल कटाई के उपरान्त दो सप्ताह तक होने वाले नुकसान तथा स्थानीयकृत अपदाओं को कवर किया जाता है। उन्होंने जिला के सभी किसानो से निवेदन करते हुए कहा कि मक्की तथा धान की फसलों का बीमा करवाएं ताकि फसलों को उपरोक्त कारणों से नुकसान होने पर बीमा कम्पनियों से मुआवजा मिल सके। पुर्नाेत्थान प्रधानमन्त्री फसल बीमा के लिए एग्रीकल्चर इथोरेन्स कम्पनि को चयनित किया गया है। अधिक जानकारी हेतू किसान अपने नजदीकी कृषि अधिकारी कार्यालय से भी सम्पर्क कर सकते हैं।

 

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