ये हैं असली गौरक्षक, जिन्होंने घायल गाय को अपने कंधो पर उठाया

गोवंश को सड़कों पर छोड़ने वालों के लिए पेश की मिसाल 

उपमंडल मुख्यालय संगड़ाह मे घूम रही आवारा गायों मे से 1 को भी गोशाला नसीब नही  

संगड़ाह। गिरकर घायल हुई गाय को डेढ़ किलोमीटर खतरनाक रास्ते से उठाकर उपमंडल संगड़ाह के बड़याल्टा के ग्रामीणों ने पशुशाला तक पंहुचाने का जोखिम उठाया। इसके बावजूद हालांकि वह गाय की जान नहीं बचा पाए, मगर असली गोरक्षक होने की मिसाल उन्होने हिंदू समाज के सामने पेश कर दी। गिरकर घायल हुई गाय उठ नहीं पा रही थी और जंगली जानवर उसे मार सकते थे। गाय की पीड़ा पसीजे ग्रामीणों ने यह असंभव सा काम कर डाला। 

स्थानीय बोली मे पांजड़ी कहलाने वाली डोली में खड़ी चढ़ाई में उठाकर ग्रामीणों ने घायल गाय को बडियालटा पहुंचाया। स्थानीय निवासी संजय अपनी गाय को चरने के लिए जंगल ले गया था और वह अचानक गई।‌ गाय की पीड़ा देख गोरक्षक ग्रामीणों ने करीब 5 क्विंटल बजनी इस गाय को डेढ़ KM उठाकर गैवंव व पशु प्रेम की मिसाल पेश है। गौरतलब है कि, उपमंण्डल मुख्यालय संगड़ाह में काफी अरसे से आवारा घूम रही 8 गाय व बछड़ो मे से 1 कै भी प्रशासन गौशाला में नही रख सका। उपमंडल मे लाखों खर्च होने पर भी गोशालाएं खाली हैं।

Model School भवाई में मनाया गया अमृत महोत्सव

छात्रों ने एकत्र किया 15 किलो Plastic का कचरा

संगड़ाह। अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य मे आदर्श वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला भवाई के छात्रों द्वारा विद्यालय परिसर तथा NSS द्वारा गोद लिए गए गांव खान में भी सफाई अभियान चलाया गया।‌ इस दौरान 15 किलो प्लास्टिक इक्कट्ठा किया गया तथा छात्रों द्वारा स्वच्छता रैली निकालकर लोंगों को जागरूक भी किया गया। Principal चंद्रपाल चौहान ने बताया कि, एनएसएस के छात्रों द्वारा अमृत महोत्सव के तहत लोगों को गत 2 अक्टूबर से स्वच्छ भारत अभियान तथा पोलिथीन के नुक्सान के प्रति जागरूक करने के लिए विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है। सफाई अभियान के दौरान राष्ट्रीय सेवा योजना कार्यक्रम अधिकारी लाल सिंह सहित सभी शिक्षक मौजूद रहे।

करवा चौथ के लिए संगड़ाह मे महिलाओं ने जमकर की खरीदारी 

बंदिशें हटने व गत वर्ष से ज्यादा ग्राहक पंहुचने से खुश दिखे व्यापारी 

संगड़ाह। मुख्य बाजार संगड़ाह में करवा चौथ के लिए शनिवार को आखरी दिन महिलाओं ने जमकर खरीदारी की तथा यहां महिलाओं की संख्या पुरूषों के मुकाबले कहीं ज्यादा दिखाई दी। करवा चौथ संबधी सामग्री, चूड़ी, कॉस्मेटिक, मिठाई व कपड़े की दुकानों के साथ-साथ बुटीक व Beautyparlor मे भी काफी भीड़ रही। महिलाओं से संबंधित विभिन्न वस्तुएं रखने वाले दुकानदारों के अनुसार इस बार गत वर्ष से ज्यादा खरीदारी हो रही है। Corona काल मे लगी बंदिशे हटने से भी बाजार मे चहल-पहल बढ़ गई है। दुकानदारों के अनुसार इस बार दीपावली पर भी अच्छा कारोबार होने की उम्मीद है। दुकानदारों ने बताया कि, इस बार वह गत वर्ष से ज्यादा दीपावली व करवा चौथ से संबंधित सामान रखे हुए हैं।‌ पिछले 3 वर्षो की तरह इस बार भी यहां अधिकतर दुकानदारों ने चाइनीज माल नही मंगवाया है।

हरिपुरधार College में निकाली गई पर्यावरण जागरूकता Rally 

संगड़ाह। राजकीय महाविद्यालय हरिपुरधार में रोडो ईको क्लब द्वारा पर्यावरण जागरूकता रैली निकाली गई। महाविद्यालय से आरंभ होकर रैली हरिपुरधार बाजार पंहुची। इस दौरान छात्रों ने प्लास्टिक हटाओ, पर्यावरण बचाओ के नारे लगाते लगाए। उन्होनें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के समीप से प्लास्टिक का कचरा एकत्रित करते हुए दुकानदारों से प्लास्टिक का इस्तेमाल न करने की भी अपील की। कार्यक्रम के दौरान राजकीय महाविद्यालय हरिपुरधार के कार्यवाहक प्राचार्य कर्मदत्त शर्मा ने छात्रों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करते हुए कहा कि, क्षेत्र में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं तथा लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक होने की आवश्यकता है। इस दौरान Eco Club Incharge प्रो दीवान व अन्य शिक्षक भी मौजुद रहें।

DC सिरमौर के अनुसार जिला की गौशालाओं में रखे गए हैं 1,037 मवेशी 

नाहन । उपायुक्त सिरमौर राम कुमार गौतम ने लोगों से आग्रह किया है कि, वह पशुओं के प्रति संवेदनशीलता रखें और उन्हें सड़कों पर न छोड़ें। उन्होंने लोगों से नजदीकी गौशाला में संपर्क कर मवेशियों को वहां भेजने का भी आग्रह किया। DC ने कहा कि, पशुधन उम्र भर हमारा भरण पोषण करतें हैं और ऐसे में उन्हे सड़कों पर छोड़ना मानवता के आधार पर अति निंदनीय है। DC बताया कि, जिला सिरमौर में बेसहारा गौवंश के रखरखाव हेतु 13 गौशाला संचालित की जा रही हैं, जिनमें 1,265 मवेशियों को रखने की क्षमता है। इन गोशालाओं में 1,037 मवेशी रखे गए है जबकि 188 मवेशियों को रखने की क्षमता शेष है। उन्होंने बताया कि 100 मवेशियों की क्षमता वाले मां बाला सुंदरी गौशाला में 103 मवेशी रखे गए हैं, मां रेणुका खादल ददाहु में 50 मवेशियों की क्षमता है जिसमें 32 मवेशी रखे गए हैं, कोटला बड़ोग गौ अभ्यारण में 200 की क्षमता पर 211, लुटरु महादेव में 80 मवेशियों की क्षमता पर 35, कोटला बड़ोग एमएलआईएस में 80 की क्षमता है और अभी वहां 57 मवेशी हैं। इसी प्रकार, डा वाईएस आरण्य गोसदन में 160 की क्षमता है और अभी वहां 159 मवेशी हैं, श्री महादेव गोसेवा माजरा में 60 की क्षमता है और अभी वहां 44 मवेशी हैं, गोकुल धाम गौशाला टोकियो में 70 की क्षमता है और अभी वहां 61 मवेशी हैं तथा दुधलेश्वर गौशाला बेहराल में 100 की क्षमता पर 101 मवेशी हैं, एमसी पांवटा केशव गौशाला में 40 की क्षमता पर 50 मवेशी हैं, पांवटा गौसदन गोन्दपुर में 60 की क्षमता है और अभी वहां 49 मवेशी हैं व सत्यानन्द गोधाम बेहराल में 100 की क्षमता है और अभी वहां 39 मवेशियों को रखा गया है। उपायुक्त ने बताया कि, हिमाचल प्रदेश गौसेवा आयोग द्वारा जिला सिरमौर की गौशालाओं में पल रहे बेसहारा गोवंश के रख-रखाव के लिए लगभग 62 लाख रुपए कि राशि अगस्त 2020 से अगस्त 2021 तक अनुदान के रूप में दी गई है।


 

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