World Marathon Championship सुनील का अगला लक्ष्य

श्रेष्ठ मैराथनर बनने के लिए प्रतिदिन 8 से 10 घंटे पसीना बहा रहा है सिरमौरी चीता

 हिमाचल सरकार से वादे के मुताबिक मदद न मिलने का मलाल 

 चीन,अमेरिका, ताईवान, ब्राज़ील व दक्षिण अफ्रीका आदि में आयोजित अन्तर्राष्ट्रीय स्तर की विभिन्न मैराथन में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा चुके सिरमौर से संबंध रखने वाले Ultra Marathoner सुनील शर्मा का अगला लक्ष्य आगामी 8, जून को होने वाली वर्ल्ड मैराथन चैंपियनशिप है। पुर्तगाल मे होने वाली उक्त वर्ल्ड ट्रायल मैराथन Championship के लिए सुनील को प्रतिदिन 8 से 10 घंटे तक पसीना बहा रहे हैं। सिरमौरी चीता के नाम से मशहूर उक्त धावक को अपने पिछले Record अथवा आने वाले इवेंट में बेहतर प्रदर्शन की बदौलत अंतरराष्ट्रीय स्तर की उक्त लंबी दौड़ के लिए चयन की पूरी उम्मीद है। इसके अलावा आगामी 26 व 27 अक्टूबर को फ्रांस में आयोजित होने वाली अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम रन सुनील का दूसरा मुख्य लक्ष्य है। इस मैराथन के लिए भी पिछले रिकॉर्ड अथवा अर्जित अंकों के आधार पर आम तौर पर देश के तीन श्रेष्ठ धावकों को चयनित किया जाता है। पिछले एक साल के बेहतर प्रदर्शन व तैयारी के चलते सुनील को उक्त अंतरराष्ट्रीय चैंपियनशिप के लिए भी भारत की Team से चयनित किए जाने की पूरी उम्मीद है। सुनील को पिछले तीन वर्षों से बार-बार प्रयास किए जाने व नेताओं के वादों के बावजूद हिमाचल सरकार से यथासंभव सहयोग न मिलने का मलाल है। 

 बातचीत में उन्होंने कहा कि, पूर्व मुख्यमंत्री के अलावा वर्तमान सरकार के मंत्रियों से भी उन्हे वादों के मुताबिक सहयोग नहीं मिला। अंतर्राष्ट्रीय स्तर का धावक बनने के लिए हर खिलाड़ी को बेहतर किट, डाइट, फिजियोथैरेपिस्ट व अच्छे कोच की जरूरत रहती है, जिस पर हर वर्ष अच्छी खासी रकम खर्च होती है। किसान परिवार से संबंध रखने वाले उक्त युवक द्वारा दो वर्ष पहले तक हालांकि चंडीगढ़ की एक कंपनी में नौकरी कर अपनी तैयारी का खर्चा उठाया जा रहा था, मगर अब लगातार इवेंट होने के चलते नौकरी संभव नहीं है। अंतरराष्ट्रीय स्तर की विभिन्न दौड़ पर आने वाले लाखों के खर्च के लिए उन्हें निजी कंपनियों की स्पॉन्सरशिप का मोहताज होना पड़ रहा है तथा उनकी शर्ते माननी पड़ रही है। सुनील के पिता रामानंद शर्मा ने बताया कि, गत दो वर्षों से प्रदेश सरकार द्वारा उन्हें पुलिस विभाग में सम्मानजनक पद दिए जाने के वादा तो किए जा रहा हैं, मगर न तो पूर्व प्रदेश सरकार ने वादा निभाया और न ही वर्तमान प्रदेश सरकार द्वारा इस बारे कोई ठोस कदम उठाए गए। सरकारी स्तर के विभिन्न पुरस्कार अथवा सम्मान के लिए भी उनका नाम अब तक नहीं भेजा गया।

 अब तक की उपलब्धियां

1-  सुनील शर्मा 25, जुलाई, 2018 को अमेरिका में आयोजित विकट परिस्थितियों वाली 135 मील की डेथ वैली रन को मात्र 35 घंटे 56 मिनट में पूरा कर चुके हैं।

2-  दक्षिण अफ्रीका में 10, जून, 2018 को संपन्न 90 किलोमीटर की कामरेड रन को वह 9 घंटे 49 मिनट में पूरा कर चुके हैं।

3- ब्राजील में 3, फरवरी, 2018 को सम्पन्न 135 मील की मैराथन को वह 47 घंटों में पूरा कर चुके हैं। 

4-  दिल्ली में 7, जनवरी, 2018 संपन्न 24 घंटे की स्टेडियम रन के दौरान 192 किलोमीटर की दूरी तय कर चुके हैं।

5- ताइवान में 2, दिसंबर, 2018 को संपन्न 24 घंटे की ताइपे रन के दौरान वह 202 किलोमीटर की दूरी तय कर चुके हैं। 

6-  बेंगलुरु में 24, जुलाई, 2017 को हुई स्टेडियम रन के दौरान 24 घंटे में 192 किलोमीटर की दूरी तय कर चुके हैं। 

7- मुम्बई में 4, अगस्त 2016 को संपन्न हुई 1480 किलोमीटर की The Great Indian Run को मात्र 18 दिनों में पूरा कर वह इंडिया गेट से गेट वे ऑफ इंडिया तक पहुंचने वाले अग्रिणी धावकों में शामिल रहे।

8- विभिन्न सामाजिक उद्देश्यों अथवा चैरिटी के लिए वह दिल्ली से चंडीगढ़, कारगिल इंटरनेशनल रन, द सिरमौर चैरिटी रन, वैगामोन ट्रायल, चंडीगढ़ से रेणुकाजी व पूणे किसान रन आदि लंबी दूरी की दौड़ बिना रूके बिना थके पूरी कर चुके हैं।

अभाव के बावजूद विश्व चैम्पियनशिप के लिए मेहनत का दौर जारी

किडनी व दिल के मरीजों के लिए जुटा चुके हैं 9 लाख की चैरिटी

दिल्ली मुंबई तक की द ग्रेट इंडिया रन से शुरू हुआ हिमाचली मैराथनर सुनील की सफलता का दौर जारी है। मूलभूत सुविधाओं के अभाव के बावजूद विश्व मैराथन चैंपियनशिप जीतने के लिए वह लगातार मेहनत कर रहे हैं। सिरमौर तथा ऊना के पांच किडनी व दिल के मरीजों के इलाज के लिए दो बार Great सिरमौर चैरिट रन आयोजित कर वह करीब नौ लाख की चंदा राशि एकत्रित कर चुके हैं। उनके इस प्रयास से अब तक 3 मरीजों के सफल किडनी ट्रांसप्लांटेशन के अलावा एक की हार्ट सर्जरी भी हो चुकी है। अपने प्रशंसकों, स्पोंसर्स व शुभचिंतकों से मिल रहे समर्थन व प्यार की बदौलत सुनील को अंतरराष्ट्रीय स्तर की विभिन्न प्रतियोगिताओं में कामयाबी की पूरी उम्मीद है।

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