Plastic Free भारत के लिए शिमला से शुरू
की थी 1st Marathon

पंजाब के Governor ने स्मृति चिन्ह भेंट कर किया सम्मानित
Plastic Free भारत का संदेश देने के लिए आयोजित 219 किलोमीटर की 1st Run पूरा कर सिरमौरी Para-Athlete वीरेंद्र सिंह उर्फ बबलू बुधवार को चंडीगढ़ पहुंचे। City Beatyful में Government of India के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय द्वारा आयोजित कार्यक्रम के दौरान पंजाब के Governor महामहिम वीपी सिंह बदनौर द्वारा उन्हें स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। नीलम Theatre (17) में गांधी जयंती पर आयोजित स्वच्छ भारत सशक्त भारत कार्यक्रम में बिरेंद्र तय समय पर प्रात: साढ़े 11 बजे अपनी मैराथन पूरी कर पंहुचे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की Plastic मुक्त भारत की अपील से प्रभावित होकर इस तरह की Marathon करने वाले वह देश के पहले दिव्यांग धावक है। राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में 8 Medal जीत चुके पैराएथलीट वीरेंद्र सिंह उर्फ बबलू द्वारा सोमवार को शिमला के एतिहासिक रिज मैदान से चंडीगढ़ के लिए मैराथन शुरू की गई थी। मौसम विभाग का अलर्ट तथा लगातार हो बारिश रही बारिश भी इस दिव्यांग के हौसले को नहीं डिगा सके तथा पहले दो दिन वह प्रतिकूल परिस्थितियों में भी दौड़ता रहा। सोमवार प्रातः साढ़े आठ बजे भाजयुमो के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुनील ठाकुर द्वारा इस रन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया था।
इस दौरान वह सोलन, नाहन व नारायणगढ़ होकर कुल 31 घंटे दौड़े। सिरमौर व शिमला के कुछ समाजसेवियों तथा Ministry of Information and Broadcasting के Regional outreach bureau चंडीगढ़ द्वारा बबलू का इस मैराथन में सहयोग किया गया। National lavle की पैराएथलिटिक प्रतियोगिताओं के अलावा इससे पूर्व बिरेन्द्र उर्फ बबलू 3 Open Marathon को भी देश के प्रतिष्ठित धावकों के साथ तय समय में पूरा कर चुके हैं।
उपमंडल संगड़ाह के गांव लगनू का रहने वाला यह धावक इससे पूर्व गत 14 व 17 मई को क्षेत्र के गांव मंडोली की 14 वर्षीय उर्मिला के Kidney Treatment के लिए भी दो चैरिटी रन कर चुका हैं। प्रर्यावरण को Plastic से मुक्त करने का संदेश देने के लिए आयोजित होने वाली शिमला-चंडीगढ़ Run उनकी अब तक की सबसे लंबी दौड़ है।
बातचीत में Birender उर्फ बबलू ने कहा कि, Prime Minister of India नरेंद्र मोदी द्वारा प्रर्यावरण को प्लास्टिक मुक्त किए जाने का मुद्दा विभिन्न International मंचों से उठाए जाने से प्रभावित होकर उन्होंने इस अभियान के लिए Marathon करने का निर्णय लिया। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के Assistant Director ने बताया कि, प्लास्टिक मुक्त भारत संदेश देने के लिए की गई यह अपनी तरह की पहली Marathon है।
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