संगड़ाह में 782 बीघा में मौजूद चूना खदानों से बेरोकटोक निकल रहे Overloaded Truck
सरकार द्वारा स्विकृत की जा चुकी है Mining Check Postसिरमौर जिला के Civil Subdivision संगड़ाह में करीब 782 बीघा भूमि पर मौजूद Limestone Mines से हर साल उद्यौगपतियों तथा सरकार को लाखों की आमदनी होने के बावजूद यहां खनन कार्यों तथा Overloaded ट्रकों की जांच की मूलभूत व्यवस्था तक नही है। क्षेत्र से हर रोज बिना वजन किए पांच दर्जन के करीब पत्थर के ट्रक बेरोकटोक निकलने तथा यहां खनन गतिविधियों की जांच के लिए एक माइनिंग गार्ड तक नियुक्त न होने को इलाके के प्रर्यावरण प्रेमी अवैध खनन को छूट करार दे चुके हैं।
कस्बे के मुख्य बाजार से निकलने वाले Limestone के कईं Overloaded Trucks की तस्वीरें हालांकि यहां लगे दुकानदारों व पुलिस के CCTV Cameras में भी देखी जाती है, मगर यहां गाड़ियों के वजन करने की व्यवस्था न होने के चलते विभाग के अनुसार चालान नहीं किए जा सकते हैं। उपमंडल संगड़ाह में एक भी माइनिंग गार्ड न होने के कारण यहां सैंकड़ों बीघा में मौजूद Limestone areas में अवैध व Unscientific Mining पर नियंत्रण रखना आसान नहीं है। विभाग के अनुसार हालांकि समय-समय पर साथ लगते क्षेत्र से यहां खनन रक्षक को Mining activity की जांच के लिए भेजा जाता है, मगर खाली पदों के चलते नियमित रूप से निरिक्षण के लिए कर्मचारी भेजना संभव नहीं है।
हाल ही में सरकार द्वारा संगड़ाह के लिए खनन पड़ताल चौकी भी स्विकृत की जा चुकी है, मगर इसके लिए जमीन का चयन अथवा अधिग्रहण होना शेष है। Limestone से लदे ट्रकों के पास मौजूद माइनिंग फार्म अथवा W स्लिप में वेट संबंधी कालम खाली रखा जाता है, जो कि नियमानुसार सही नहीं है। स्वंयसेवी संगठनों के अनुसार हालांकि उक्त कालम खाली रखे जाने पर नियमानुसार चालान किया जा सकता है, मगर प्रर्यावरण प्रेमी किंकरी देवी के इस गृह क्षेत्र में जानकारी के मुताबिक 1980 के दशक से अब तक ऐसा नहीं हुआ।
संबंधित Police अधिकारियों के अनुसार यहां Wait Bridge न होने के चलते ओवरलोडेड ट्रकों का चालान नहीं की जा सकता। नागरिक उपमंडल में सरकार द्वारा 782 बीघा के करीब भूमि पर खनन कार्य की अनुमति दिए जाने के बावजूद यहां खनन अथवा Illegal Mining की जांच के लिए माइनिंग गार्ड, धर्म कांटा व लीज एरिया की जीओ टैगिंग जैसी मूलभूत व्यवस्था तक नही है। यहां मौजूद Limestone Mines तथा चूना पाउडर Factories की बदौलत हर साल जहां सरकार व खनन व्यवसायियों को लाखों की आमदनी हो रही है, वहीं अधिकतर ग्रामीणों के हिस्से में केवल प्रदूषण अथवा माइनिंग के साइड इफेक्ट्स आ रहे हैं। संगड़ाह College के समीप मौजूद गुप्ता हिमालय माइन व नाहन मार्ग पर स्थित वालिया माइन संगड़ाह तथा दुर्गा माइन से पत्थर के ओवरलोड ट्रक बिना वजन जांच के निकल रहे हैं।
पर्यावरण के क्षेत्र में कार्य कर रही स्वयंसेवी संस्था सारा के सचिव बीएन शर्मा तथा पर्यावरण प्रेमी बबलू चौहान द्वारा क्षेत्र में अवैध वैज्ञानिक खनन को लेकर इस साल कईं शिकायतें प्रदेश सरकार तथा संबंधित विभागों को भेजी जा चुकी है। खनन व्यवसाइयों के अनुसार संगड़ाह के आसपास धर्म कांटा न होने के चलते गाड़ी को अंदाजन क्षमता के अनुसार लोड किया जाता है तथा यहां से 26 Kilometers दूर ददाहू में सरकारी तथा बड़ग में प्राइवेट कांटे मौजूद है। जिला खनन अधिकारी सिरमौर एस चंद्र के अनुसार हाल ही में उपमंडल संगड़ाह के लिए सरकार द्वारा एक Mining Check Post स्विकृत की जा चुकी है तथा यहां धर्म कांटा भी लगाया जाएगा। उन्होंने कहा कि, काकोग में प्रस्तावित उक्त चौकी के लिए जमीन चयनित किए जाने के लिए SDM civil संगड़ाह को लिखा जा चुका है। DSP संगड़ाह के अनुसार चूना खदानों से निकलने वाले ट्रकों की नियमित रूप से जांच की जाती है तथा तथा धर्म कांटे संबंधी मामला उनके विभाग से संबंधित नहीं है।
https://youtu.be/r2Rg3ws6fks
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