मेले में श्रद्धालुओं की Facilities, Security तथा परम्पराओं का ध्यान रखने की Appeal

सरकारीकरण के बाद मेले से गायब हुई जातर व डेरा जैसी Traditions
 अन्य International मेलों की तर्ज पर रेणुकाजी में भी सुरक्षा इंतजाम, Buses व सांस्कृतिक संध्याओं की व्यवस्था की भी मांग
                    (File Photo)
 क्षेत्र के विभिन्न संगठनों ने आगामी 7 नंबर से शुरू होने वाले International मेला रेणुकाजी के दौरान श्रद्धालुओं को बेहतर मूलभूत सुविधाएं मुहैया करवाने, अतिरिक्त Buses व Security के पुख्ता इंतजाम तथा पुरानी परंपराओं का ध्यान रखने की अपील की। संगड़ाह विकास मंच, सारा, JSSS, व त्रिनेत्र Club आदि संगठनों तथा क्षेत्र के पंचायत प्रतिनिधियों ने रेणुकाजी विकास Board अथवा जिला सिरमौर Administration से मेले के दौरान पर्याप्त बसों की व्यवस्था के साथ-साथ मेला मैदान में बेहतर शौचालय व पेयजल आपूर्ति उपलब्ध करवाए जाने की appeal की। 
 उन्होंने कहा कि, International कुल्लू दशहरा मे जहां 1600 से अधिक Police के जवानों की तैनाती की जाती है, वहीं Renukaji मेले में सुरक्षाकर्मियों की संख्या मात्र 350 के करीब रहती है तथा इनमें भी 150 के करीब संख्या होमगार्ड के जवानों की रहती हैं। उक्त संगठनों तथा पंचायत प्रतिनिधियों ने सदियों से इस मेले में लगने वाले गिरिपार व जौनसार क्षेत्र के लोगों के डेरों के लिए भी Plot छोड़ने अथवा पंडाल की व्यवस्था की अपील की। 

 1980 के दशक तक संगड़ाह क्षेत्र के लोगों के डेरों लिए निर्धारित स्थान पर अब झूले लगते हैं तथा Plot selling से बोर्ड को लाखों की आमदनी होती है। इसके अलावा मेले की संस्कृतिक संध्याओं में Local Artist को सम्मानजनक मानदेय के साथ-साथ उन्होंने अन्य अंतरराष्ट्रीय मेलों की तर्ज पर Cultural Nights का स्तर बनाए रखने की भी अपील की। मेले के सरकारीकरण व commercialization के बाद यहां डेरा व जातर जैसी Traditions समाप्ति के कगार पर आ पहुंची है। गौरतलब है कि, भगवान परशुराम के अपनी मां से मिलने आने के दिन शुरू होने वाले उक्त मेले में अन्य मेलों तरह मेले का आनंद लेने वालों की वजाय दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं की ज्यादा संख्या रहती है। 


पिछले करीब एक दशक से मेले के दौरान हर बार HRTC Buses की कमी रहती है, जिसके चलते लोगों को मजबूरन भारवाहक वाहनों अथवा Overloaded गाड़ियों में यात्रा करने पर मजबूर होना पड़ता है। Traffic control व्यवस्था में लगे Police कर्मियों की कमी तथा मेले के अस्थाई Bus Stand के चलते जहां मेला स्थल में जाम लगने की समस्याओं से लोगों को जूझना पड़ता है, वहीं मेला road की अस्थाई Lights भी कईं बार बंद रहती है। उधर विकास Board के गैर-सरकारी सदस्यों के अनुसार उक्त सभी सुविधाओं अथवा सुझाव को लेकर Deputy Commissioner की अध्यक्षता में हुई बोर्ड की बैठक में चर्चा हो चुकी है तथा इस बार गत वर्षों से बेहतर व्यवस्थाएं की गई है।

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