यहां बेरोकटोक निकल रहे हैं Overloaded Limestone Truck

Waitbridge नहीं है न....
 Police के अनुसार Wait Bridge न होने से चालान संभव नहीं    

782 बीघा में मौजूद खदानों के लिए न Mining Guard न ही धर्म कांटा 

उपमंडल संगड़ाह में स्विकृत हुई Mining Check Post शुरू होना शेष  
 सिरमौर जनपद के Civil Subdivision संगड़ाह से हांलांकि हर रोज चूना पत्थर के दर्जनों Overloaded Truck नियमों को ठेंगा दिखाते हुए बेरोकटोक निकल रहे हैं, मगर स्थानीय Police व अन्य संबंधित अधिकारी इन पर कार्यवाही करने में बेबस नजर आते हैं। दरअसल इस Subdivision में करीब 782 बीघा भूमि पर मौजूद चुना खदानों से निकलने वाले ट्रकों के वजन अथवा ओवरलोडिंग की जांच के लिए यहां एक भी धर्म कांटा अथवा Wait Bridge नही है, जिसका फायदा उठाकर धड़ल्ले से ट्रकों में क्षमता से दोगुना पत्थर ले जाया जा रहा है। चूना पत्थर के अलावा यहां रेत-बजरी अथवा अन्य वस्तुओं की ढुलाई पर भी सरकार का Overloading का नियम लागू नहीं होता, क्योंकि धर्म कांटा जो नही है।
  चूना पत्थर के ओवरलोडेड ट्रकों अथवा Tipper से पत्थर गिरने पर हांलांकि दुपहिया वाहनों पर सवार लोगों अथवा अन्य आदमियों के घायल होने की भी आशंका रहती है, मगर कानून के रखवालों को सरकारी धर्म कांटा तो चाहिए न। गत 4, सितंबर को Mine Hwners द्वारा जबरन ओवरलोडिंग करवाए जाने के मुद्दे पर Truck operator Union की स्थानीय इकाई द्वारा SDM civil संगड़ाह को ज्ञापन भी सौंपा गया था। क्षेत्र की पांच Limestone Mines से हर साल उद्यौगपतियों तथा सरकार को लाखों की आमदनी होने के बावजूद यहां खनन कार्यों तथा ओवरलोडेड ट्रकों की जांच की मूलभूत व्यवस्था तक नही है। 
 यहां वेट ब्रिज के साथ-साथ खनन गतिविधियों की जांच के लिए एक Mining Guard तक नियुक्त न होने को इलाके के प्रर्यावरण प्रेमी अवैध खनन को छूट करार दे चुके हैं। कस्बे के मुख्य बाजार से निकलने वाले लाइमस्टोन के कईं overloaded Trucks की तस्वीरें हालांकि यहां लगे दुकानदारों व पुलिस के CCTV Cameras में भी देखी जाती है, मगर यहां गाड़ियों के वजन करने की व्यवस्था न होने के चलते विभाग के अनुसार चालान नहीं किए जा सकते हैं। उपमंडल संगड़ाह में एक भी Mining Guard न होने के कारण यहां सैंकड़ों बीघा में मौजूद लाइमस्टोन एरिया में अवैध व Illegal mining पर नियंत्रण रखना आसान नहीं है।
 विभाग के अनुसार हालांकि समय-समय पर साथ लगते क्षेत्र से यहां खनन रक्षक को माइनिंग की जांच के लिए भेजा जाता है, मगर जिला में गार्ड के खाली पदों के चलते नियमित रूप से inspection के लिए कर्मचारी भेजना संभव नहीं है। हाल ही में सरकार द्वारा संगड़ाह के लिए खनन पड़ताल चौकी भी स्विकृत की जा चुकी है, मगर इसके लिए जमीन अधिग्रहण होना शेष है। Limestone से लदे ट्रकों के पास मौजूद माइनिंग फार्म अथवा W From में वेट संबंधी कालम खाली रखा जाता है, जो कि नियमानुसार सही नहीं है।
 स्वंयसेवी संगठनों के अनुसार हालांकि उक्त कालम खाली रखे जाने पर नियमानुसार चालान किया जा सकता है, प्रर्यावरण प्रेमी किंकरी देवी के इस गृह क्षेत्र में जानकारी के मुताबिक 1980 के दशक से अब तक ऐसा नहीं हुआ। नागरिक उपमंडल में सरकार द्वारा 782 बीघा के करीब भूमि पर खनन कार्य की अनुमति दिए जाने के बावजूद यहां Mining अथवा अवैध खनन की जांच के लिए माइनिंग गार्ड, धर्म कांटा व लीज एरिया की Geo Tagging जैसी मूलभूत व्यवस्था तक नही है। यहां मौजूद लाइमस्टोन Mines तथा Limestone powder Factories की बदौलत हर साल जहां सरकार व खनन व्यवसायियों को लाखों की आमदनी हो रही है, वहीं अधिकतर ग्रामीणों के हिस्से में केवल प्रदूषण अथवा माइनिंग के Side effects आ रहे हैं। 
  पर्यावरण के क्षेत्र में कार्य कर रही स्वयंसेवी संस्था सारा के सचिव बीएन शर्मा तथा पर्यावरण प्रेमी बबलू चौहान द्वारा क्षेत्र में अवैध वैज्ञानिक खनन को लेकर इस साल कईं शिकायतें प्रदेश सरकार तथा संबंधित विभागों को भेजी जा चुकी है। खनन व्यवसाइयों के अनुसार संगड़ाह के आसपास धर्म कांटा न होने के चलते गाड़ी को अंदाजन क्षमता के अनुसार Load किया जाता है तथा यहां से 26 किलोमीटर दूर नाहन उपमंडल के ददाहू में सरकारी कांटा मौजूद है। जिला Mining Officer Sirmour के अनुसार हाल ही में उपमंडल संगड़ाह के लिए सरकार द्वारा एक Mining Check Post स्विकृत की जा चुकी है तथा यहां धर्म कांटा भी लगाया जाएगा। उक्त चौकी के लिए जमीन चयनित किए जाने के लिए एसडीएम संगड़ाह को लिखा जा चुका है। डीएसपी संगड़ाह के अनुसार चूना खदानों से निकलने वाले ट्रकों की नियमित रूप से जांच की जाती है तथा तथा Wait Bridge लगने का मामला उनके Dipartment से संबंधित नहीं है।

Comments