सिरमौर की चूड़धार चोटी पर 2 दिन से बर्फबारी बाद ठंड ने दी दस्तक

नौहराधार-चूड़धार Road की खुदाई का 7 Kilometre काम पूरा 

सड़क की मांग को लेकर ग्रामीणों ने 2018 में की थी 124 KM की पदयात्रा 

दूसरे दिन भी नहीं थमा हिमपात का दौर 

संगड़ाह। हिमाचल के प्रमुख धार्मिक स्थल एवं सिरमौर जिला की सबसे ऊंची चूड़धार चोटी पर पहली बर्फबारी के बाद साथ लगते नागरिक उपमंडल संगड़ाह, राजगढ़ व चौपाल आदि इलाकों में सर्दियों ने समय समय पहले ही दस्तक दे दी है। आमतौर पर यहां अक्टूबर के अंत अथवा नवम्बर के शुरुआती दिनों में Snowfall होता था, मगर इस बार समय से पहले बर्फबारी से आने वाले दिनों में लोक प्रचंड शीतलहर का अंदेशा जता रहे हैं।
चोटी पर सोमवार को दूसरे दिन भी बर्फबारी का दौर जारी रहा और एक फुट के करीब हिमपात यहां हो चुका है। Shirgul Maharaj Temple Churdhar के कपाट बंद होने के बाद परम्परा के अनुसार अप्रैल माह में बिशुड़ी कहलाने वाले बैसाखी पूजन के साथ खुलते हैं, हालांकि प्रशासन द्वारा इस बारे अधिसूचना आम तौर पर 30 नवंबर को जारी की जाती है। चूड़धार में मौजूद यात्री सरांय सहित हालांकि मंदिर व साथ लगता वन्य प्राणी क्षेत्र सिरमौर जिला के Civil Subdivision संगड़ाह के अंतर्गत आता है, मगर दशकों मंदिर प्रशासन व संचालन का जिम्मा शिमला जिला के SDM चौपाल देखते हैं। 

 लोक निर्माण विभाग मंडल संगड़ाह के अंतर्गत NABARD के तहत 8.58 करोड़ ₹ की लागत से बनने वाले नौहराधार-चाबधार-चूड़धार मार्ग का शिलान्यास 5 मई 2021 को तत्कालीन मुख्यमंत्री द्वारा किया गया था और निर्धारित अवधि के मुताबिक इसका निर्माण कार्य अगले साल तक पूरा किया जाएगा। चाबधार के ग्रामीणों ने इस सड़क की मांग को लेकर 7 से 10 अक्टूबर 2018 तक शिमला तक की पदयात्रा की थी। चाबधार के बाद Wildlife area होने के चलते शेष हिस्से में सड़क नहीं बनेगी और मौजूदा ट्रेकिंग रूट से ही जाना पड़ेगा। उक्त सड़क तैयार होने पर Choordhar की 16 किलोमीटर की पैदल यात्रा लगभग आधी अथवा महज 2-3 घंटे की रह जाएगी और वरिष्ठ नागरिक, बच्चे, दिव्यांग व ज्यादा पैदल चलने में असमर्थ लोग भी शिरगुल महाराज के दर्शन कर सकेंगे। PWD के अधिशासी अभियंता संगड़ाह राकेश खंडूजा ने बताया कि, चाबधार तक बनने वाले नौहराधार-चूड़धार मार्ग का 8 में से 7 किलोमीटर खुदाई का काम पूरा हो चुका है और ठेकेदार को तय अवधि में काम पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं। दो दिन से बर्फबारी जारी होने के चलते प्रशासन व सेवा समिति ने श्रद्धालुओं व ट्रेकर से अहतियात बरतने की Apple की है।


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