संगड़ाह में प्रशासन ने गठित की 80 स्वयंसेवकों की Disaster Task Force

Fire Station न होने से इलाके में आगजनी से हर साल होता है लाखों का नुक्सान

SDM ने किया 3 दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का समापन

संगड़ाह। District Disaster Management Authority Sirmaur द्वारा विकास खंड संगड़ाह की आठ पंचायतों के 80 युवा Volunteer की Task Force का गठन किया गया। इस स्वयंसेवियों को 3 दिवसीय प्रशिक्षण के बाद किट अथवा टी-शर्ट भी भेंट की गई। SDM संगड़ाह सुनील कायथ ने शुक्रवार सांय Training Workshop का समापन किया। उन्होंने सभी प्रतिभागियों से आग्रह किया कि, भविष्य में आगजनी, बाढ़ व भारी बारिश में भूस्खलन जैसी आपदा की स्थिति में उपमंडल संगड़ाह में इन प्रशिक्षित स्वयंसेवकों का सहयोग प्रशासन को मिलेगा, जिससे जान एवं माल का नुकसान कम किया जा सके। उन्होंने आग्रह किया कि, जो भी स्वयंसेवक यहां से प्रशिक्षित हुए हैं वह अपनी-अपनी पंचायतों एवं गांव के स्तर पर भी लोगों को आपदा प्रबंधन एवं First Responder के महत्व को सभी के साथ साझा करें। एसडीएम कायथ ने पंचायत समिति सभागार संगडाह में सभी सफल युवा स्वयंसेवकों को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर सहायक आयुक्त विकास चिराग शर्मा, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण सिरमौर के समन्वयक राजन कुमार, अरविंद चौहान व भूपेंद्र सिंह सहित स्थानीय पंचायत प्रतिनिधि भी उपस्थित रहे। 

गौरतलब है कि, उपमंडल संगड़ाह में Fire Station अथवा चौकी न होने से हर साल आगजनी से लाखों का नुक्सान होता है। 4 साल पहले दमकल विभाग द्वारा संगड़ाह में फायर चौकी खोलने की proposal भेजी गई, मगर प्रदेश सरकार द्वारा अब तक इसके लिए स्वीकृति नहीं दी गई। उपमंडल मुख्यालय संगड़ाह में मौजूद करीब 7 करोड़ के Mini Secretariat, साढ़े 10 करोड़ के Hospital व करीब 11 करोड़ की Degree College Building जैसी सरकारी सम्पत्तियां भी आगजनी से सुरक्षित नहीं है। स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार 4 मंजिला अस्पताल भवन में तो Emergency Esit भी नहीं है। 60KM दूर जिला मुख्यालय नाहन से आज तक 1 बार भी दमकल वाहन अथवा कर्मचारी यहां आग बुझाने नहीं पंहुचे। क्षेत्र में आपदाओं अथवा हादसों के दौरान स्थानीय लोग ही राहत एंव बचाव कार्य करते हैं और दमकल विभाग के साथ साथ इलाके में आज तक एनडीआरएफ व SDRF जैसी team भी किसी मुसीबत की घड़ी में नहीं पहुंची।


Comments