किंकरी देवी पार्क के लिए दस लाख का अतिरिक्त बजट जारी





उपायुक्त ने संगड़ाह मे दी पार्क के लिए पहली किश्त मिलने की जानकारी


उपायुक्त सिरमौर ललित जैन ने संगड़ाह में उपमण्डल स्तर के अधिकारियों के साथ आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि, अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त पर्यावरणविद किंकरी देवी की यादगार में संगड़ाह में एक भव्य पार्क निर्मित किया जाएगा। क्षेत्र को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने के उद्देश्य से बनाए जाने वाले इस पार्क के निर्माण के लिए दस लाख की पहली किस्त जारी कर दी गई है । उन्होने तहसीलदार संगड़ाह को निर्देश दिए कि, किंकरी देवी पार्क के लिए जल्द उपयुक्त भूमि का चयन किया जाए ताकि पार्क में किंकरी देवी की प्रतिमा स्थापित करने व अन्य मूलभूत सुविधाओं के अलावा विभिन्न प्रजाति के पौधे लगाने की प्रक्रिया शुरू हो सके । उन्होने कहा कि, इस पार्क में एक गेस्ट हाऊस निर्मित किया जाना भी प्रस्तावित है, ताकि पर्यटक श्रीरेणुका झील के दर्शन करने के बाद किंकरी देवी पार्क का भी अवलोकन कर सके। उन्होने कहा कि, स्व. किंकरी देवी ने पर्यावरण के सरंक्षण में अपना रचनात्मक योगदान दिया था तथा खनन माफिया के विरूद्ध शुरू किए गए आन्दोलन को अपने जीते-जी अंजाम तक पहुंचाया था । 
      उपायुक्त ने लोक निर्माण विभाग को निर्देश दिए कि मिनी सचिवालय का निर्माण कार्य आगामी अक्तूबर माह तक पूर्ण किया जाए, ताकि लोगों को एक ही छत के निचे सभी उप मण्डल स्तर के विभागों की सुविधा उपलब्ध हो सके । उन्होने कहा कि, इस मिनी सचिवालय में उपमण्डलीय पुलिस अधिकारी का कार्यालय भी खोला जाएगा जिसके लिए तीन कमरों का प्रावधान किया जा चुका है । इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक  रोहित मालपानी, एसडीएम संगड़ाह राजेश धीमान व अधिशासी अभियंता लोक निर्माण केएल चौधरी सहित अन्य विभागों के अधिकारी उपस्थित थे ।

                                            एक दशक बाद ही सही, रंग लाई मुहिम 

संगड़ाह। राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता किंकरी देवी के 30 दिसंबर 2007 को पंचतत्व में विलीन होने के बाद से दिव्य हिमाचल व कुछ अन्य अखबारों द्वारा लगातार उनकी स्मृति में संगड़ाह में पार्क अथवा स्मारक बनाए जाने संबंधी खबरें प्रकाशित की गई। इस दौरान किंकरी देवी के समर्थन में उतरे तीन संगठनों द्वारा जहां लगातार पार्क का मुद्दा उठाया गया, वहीं सांसद प्रो वीरेंद्र कश्यप द्वारा उक्त पार्क के प्रारंभिक निर्माण कार्य के लिए वर्ष 2015 में तीन लाख की सांसद निधि जारी की गई। गत 26 अप्रैल को सांसद द्वारा तीन की लागत से बने चार बेंच वाले पार्क का निरीक्षण किया गया तथा इस पार्क के लिए उचित सरकारी जमीन के चयन के निर्देश एसडीएम संगड़ाह को दिए गए। सांसद द्वारा किंकरी देवी पार्क में मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए प्रदेश व केंद्र सरकार से पार्क के लिए मांग के मुताबिक करीब 30 लाख का बजट मुहैया करवाने का भी भरोसा दिया गया था। आगामी 5 मई को मुख्यमंत्री के उपमंडल संगड़ाह के हरिपुरधार प्रवास के दौरान भी किंकरी देवी के कुछ समर्थकों द्वारा इस बारे मांग पत्र देने की बात कही गई थी, हालांकि 10 लाख की पहली किस्त से उक्त लोग संतुष्ट हैं।

                                    जीते जी भी सरकारी उपेक्षा का शिकार रही किन्करी देवी

प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई द्वारा 2001 में स्त्री शक्ति पुरस्कार से सम्मानित किंकरी देवी बेशक 1998 में चीन के बीजिंग में आयोजित पांचवें अंतर्राष्ट्रीय महिला सम्मेलन का शुभारंभ कर चुकी थी, मगर गुर्दे खराब होने पर उनके गरीब परिवार के पास इलाज के लिए वांछित धन उपलब्ध नहीं था। दिसंबर 2007 में उनकी बीमारी का पता लगने व सरकारी मदद न मिलने पर दिव्य हिमाचल द्वारा हेल्पलाइन शुरू की गई तथा उन्हें पीजीआई चंडीगढ़ में दाखिल किया गया। दुर्भाग्यवश तब तक काफी देर हो चुकी थी। तीन दिन बाद डॉक्टरों ने उन्हें घर भेज दिया तथा 30 दिसंबर को उनकी मृत्यु हो गई। किंकरी देवी के निधन पर कोई भी सरकारी अधिकारी व नेता नहीं पहुंचा। जिंदगी भर प्रभावशाली खनन माफिया व उनके करीबी बड़े लोगों की छाती पर मूंग दलने वाली किंकरी देवी की संघर्षशील छवि के चलते वह मरणोपरांत भी सरकारी उपेक्षा का शिकार रही। उनकी स्मृति में बने महज चार बैंच के पार्क का निर्माण भी प्रभावशाली लोगों द्वारा वर्ष 2016 में सरकारी जमीन पर नही होने दिया गया तथा उनके परिवार की पांच में से आधा बीघा भूमि पर गत वर्ष यह पार्क बनाना पड़ा। बहरहाल आखिर मीडिया से जुड़े लोगों, सांसद, प्रदेश सरकार व प्रशासन के प्रयासों से भव्य पार्क के लिए 10 लाख की पहली किस्त उपलब्ध हो सकी है।

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