हालात न सुधरने पर विरोध तेज करने की चेतावनी
Student Federation of India की हिमाचल प्रदेश Committee के आह्वान पर राज्य के विभिन्न महाविद्यालयों से आए छात्रों ने Himachal Pradesh University कुलपति का घेराव किया। SFI का कहना है कि, राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान के अंतर्गत 5th Semester के लगभग 70% छात्र फेल हैं। साथ ही साथ बार बार परीक्षा देने के बाद भी छात्रों के परिणाम में कोई सुधार नही हो रहा है, जो कहीं न कहीं हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय प्रशासन की नाकामी को दर्शाता है। पांचवे सेमेस्टर की परीक्षा परिणाम में 2600 से करीब ऐसे छात्र हैं जिनके अंक 10 से कम है। वहीं 900 से ज्यादा Students ऐसे हैं, जिनके 0 Number है। Sfi के प्रदेश सचिव अमित ठाकुर व Vice President अमित सेठी आदि ने यहां जारी बयान में कहा कि, रूसा के अन्तर्गत Re-evaluation का प्रावधान किया जाना चाहिए ताकि, जो परिणाम खराब आए हैं उसे जल्द से जल्द दोबारा Check करके नया Result घोषित किया जा सकें। एसएफआई प्रदेश इकाई ने चेताया कि, अगर इन मांगों पर जल्द अमल नही किया गया तो Student Federation of India हिमाचल के सभी Degree Colleges में University प्रशासन के खिलाफ उग्र आंदोलन करेगी। उक्त छात्र संगठन के अनुसार Himachal Pradesh University प्रशासन RUSA के अंतर्गत छात्रों से Rechecking के नाम पर नाजायज फीस वसूल रहा है।
रूसा में revaluation का provision देने में विश्वविद्यालय प्रशासन नाकाम है तथा अपनी इस कमजोरी को छुपाने के लिए इसके अंतर्गत रेचेकिंग का प्रावधान दिया गया है। इस तथाकथित Rechecking मे सिर्फ Numbers की दोबारा गणना की जाएगी। इस विषय में उक्त छात्र संगठन के पदाधिकारी गत दिनों Controller of exam से मिले तो उन्होंने कहा कि, कुछ Students के पेपर पूरे चेक नही हुए थे, इसलिए रीचेकिंग के माध्यम से पास हुए। बयान में उन्होंने कहा कि, पेपर पूरे चैक नही हो रहे हैं, तो ये गलती University administration की है, न की उन छात्रों की जो Rechecking के नाम पर 400 रूपये दे रहे हैं। सिर्फ प्रशासन अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए छात्रों से पैसे लूट रहा है । SFI ने विश्वविद्यालय से री-चेकिंग निशुल्क किया जाने की अपील की।
उक्त छात्र संगठन के अनुसार वह विश्वविद्यालय प्रशासन की गलतियों का भुगतान आम छात्रों को नही पड़ने देंगे । बयान में उन्होंने कहा गया कि, RUSA की बदौलत पिछले तीन साल से Result के हालात खराब है। कभी 98 फीसदी छात्रों को फेल कर दिया जाता है, तो कभी 70 Percent को Fail दिखाया जाता है। इससे हिमाचल प्रदेश University की छवि पूरे देश में खराब हो रही है तथा शिक्षा की गुणवत्ता में कमी आ रही है। SFI ने हिमाचल विश्वविद्यालय में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के साथ-साथ University की साख को बचाने की लिए रूसा मे सुधार तथा Re-evaluation का प्रावधान करने की भी अपील की। इसके साथ-साथ जो Passing criteria 45 percent है उसे घटाकर 35 फीसदी किया जाए, ताकि छात्रों का भविष्य खराब न हो।
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