फर्जी MGNREGA मजदूर बनाकर Account में डाल दिए 11 हजार

वाह री कल्याणकारी सरकार 
 विकास‌ खंड संगड़ाह की देवना पंचायत में हुई मनरेगा राशि की बंदरबांट 

जबरन मजदूर बनाए गए जय राम व उनके परिजन Government को लौटाना चाहते हैं राशि

पंचायत में धांधली को लेकर कार्यवाही न होने पर जाएंगे हिमाचल High Court

 केंद्र सरकार भले ही MGNREGA जैसी योजनाओं की Payment सीधे लाभार्थियों के खाते में डालने को भ्रष्टाचार के खात्मे के लिए कारगर कदम मान रही हों, मगर भ्रष्टाचार के आदि हो चुके System के कुछ लोग Government के हर ऐसे कदम से 2 कदम आगे निकाल लेते हैं। सिरमौर विकास खंड संगड़ाह की ग्राम पंचायत देवना-थनगा में हाल ही में सामने आए फर्जी मजदूरी के एक मामले से यह स्पष्ट हो चुका है कि, रोजगार गारंटी Act अथवा योजना में संबंधित Employees व पंचायत प्रतिनिधियों की चालाकी से आसानी से गड़बड़ी की जा सकती है। 

 देवना पंचायत के जय राम, उनकी पत्नी संतोष, बेटा बलबीर शर्मा व बहु कमलेश के खातों में संबंधित Rooral Development एवं पंचायती राज Dipartment कर्मियों द्वारा बिना मजदूरी के कुल 11,040 रूपए की रकम मनरेगा योजना के तहत Transfer की गई। उक्त परिवार के चारों लोगों के अनुसार उन्होंने न तो मजदूरी की और न ही इस साल मनरेगा में काम करने के लिए applay किया। पंचायत सदस्य रह चुके जय राम ने यहां जारी बयान में कहा की, पंचायत प्रधान, रोजगार सेवक, Secretary व BDO Office के कुछ कर्मचारियों की मिली भगत से मनरेगा में धांधली की जा रही है। उन्होंने कहा कि, इस तरह के फर्जी मजदूरों को दो-चार सौ रुपए देकर संबंधित कर्मचारी व पंचायत प्रतिनिधी बाकी amount उनसे Withdrawal from पर हस्ताक्षर करवाकर Cash कर लेते हैं। मामले में कार्यवाही न होने की सूरत में उन्होंने High Court of Himachal में इस बारे याचिका दायर करने की बात कही। इस ईमानदार शिकायतकर्ता के परिवार के चारों Member के accounts में 17, मई, 2019 को क्रमशः 2,760 रुपए प्रत्येक के हिसाब से मजदूरी की राशि जमा करवाई गई।

 उन्होंने आरोप लगाए कि, पंचायत में कईं लोगों को हाल ही में मनरेगा के तहत लोकसभा Election से पूर्व चालाकी से हजारों रुपए की सरकारी राशि बांटी गई तथा इसका Political benefit उठाने की कोशिश भी की गई। संबंधित विभाग व Administration से भ्रष्टाचार के इस धन को वापस करने की मांग कर रहे जयराम की मानें तो महिला प्रधान के पति ने पंचायत में हुई धांधलियों की शिकायत न करने तथा कांग्रेस को Vote करने का लालच देने के लिए ऐसा किया। 
 इससे पहले पंचायत में सोलर Light लगाने तथा Link Road बनाने पर खर्च लाखों रुपए की सरकारी राशि में गड़बड़ी की शिकायतें भी सतर्कता विभाग व सौर ऊर्जा के उच्च अधिकारियों तथा Deputy Commissioner Sirmaur आदि को भेजी जा चुकी हैं। देवना पंचायत के ग्राम रोजगार सेवक रणदीप सिंह का Mobile स्विच ऑफ होने के चलते उनसे बात नहीं हो सकी। पंचायत सचिव दुर्गा देवी ने कहा कि, उन्होंने हाल ही में इस पंचायत का कार्यभार संभाला है तथा फर्जी मजदूरी संबंधी उक्त शिकायत उनके कार्यकाल से पहले की है। 
  
 पंचायत प्रधान के पति के अनुसार जयराम व्यक्तिगत रंजिशो के चलते झूठे आरोप लगा रहे हैं तथा उनकी पत्नी की छवि खराब करने की कोशिश कर रहे हैं। खंड विकास अधिकारी संगड़ाह रमेश शर्मा ने जयराम व उनके परिवार के सदस्यों के Account में आई राशि की Transection ID से उक्त रकम मनरेगा के तहत Transfer होने की बात स्विकार की। उन्होंने कहा कि, यदि शिकायतकर्ता उक्त राशि खर्च करते हैं तो उनकी भी इस गड़बड़ी में साझेदारी समझी जाएगी। Block Development Officer ने कहा कि, शिकायत मिलने पर जांच व कार्यवाही की जाएगी।

Comments