डेढ़ घंटा Protest के बावजूद नहीं पहुंचा कोई प्रशासनिक अधिकारी
SHO ने जैसे तैसे सुलझाया मामला
सिरमौर जनपद के उपमंडल मुख्यालय संगड़ाह में 90 के करीब Students को HRTC कर्मियों द्वारा बसों से उतारे जाने पर गुस्साए महाविद्यालय के छात्रों ने प्रदेश सरकार व स्थानीय प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। सांय सवा पांच बजे से पौने पौने सात बजे तक प्रशासन की ओर से कोई भी अधिकारी Bus-Stand अथवा धरना स्थल पर न पहुंचने के चलते छात्रों का गुस्सा और भड़क गया तथा इसके बाद उन्होंने सांकेतिक चक्का जाम भी किया।
करीब डेढ़ घंटे छात्रों ने सड़क पर बैठकर जमकर मुख्यमंत्री, हिमाचल सरकार व स्थानीय प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। इस दौरान प्रर्दशनकारी छात्रों के आस-पास अथवा बीच जहां कुछ Congress कार्यकर्ता मूक समर्थन करते दिखे, वहीं छात्र संगठन SFI के State committee पदाधिकारी रह एक छात्र नेता ने खुलकर छात्रों का नैत्रित्व करते दिखे। इस दौरान BJP मंडल अध्यक्ष तथा कुछ अन्य स्थानीय लोगों द्वारा स्थानीय प्रशासनिक अधिकारियों तथा निगम के क्षेत्रीय प्रबंधक के मोबाइल पर संपर्क करने की कोशिश भी की, मगर सांय 7 बजे तक बात नही हो सकी।
विवाद का मूल कारण यहां सांय करीब सवा पांच बजे के बाद पहुंची तीनों HRTC बसों के चालक-परिचालकों का बस से उतरना तथा छात्रों को संबंधित अधिकारियों के न आने तक बस में न बैठने की बात कहना बताया गया। करीब डेढ़ घंटे बाद थाना प्रभारी संगड़ाह द्वारा स्थानीय SDM से बात करने के नाम पर जैसे-तैसे छात्रों को मनाया गया। सांय सवा सात बजे के बाद हांलांकि दो बसें निकल चुकी थी, मगर इसके बाद लोकल बस का टायर बदलने का काम पौने आठ बजे तक चलता रहा।
गौरतलब है कि, विकास खंड संगड़ाह की करीब 80 हजार की आबादी के लिए मात्र डेढ़ दर्जन सरकारी बसें मौजूद है तथा क्षेत्र में Private Buses की संख्या भी लगभग इतनी ही है। Civil subdivision संगड़ाह में हांलांकि छः माह पहले 11 नई Private Buses के route स्विकृत हुए हैं, मगर RTO नाहन के अनुसार RTA की बैठक में उक्त रूट को लेकर अंतिम निर्णय होना शेष है। संगड़ाह महाविद्यालय के विभिन्न छात्र संगठनों ने Buses की समस्या का समाधान न होने की सूरत में जल्द दोबारा प्रदर्शन की भी चेतावनी दी।
SHO ने जैसे तैसे सुलझाया मामला
सिरमौर जनपद के उपमंडल मुख्यालय संगड़ाह में 90 के करीब Students को HRTC कर्मियों द्वारा बसों से उतारे जाने पर गुस्साए महाविद्यालय के छात्रों ने प्रदेश सरकार व स्थानीय प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। सांय सवा पांच बजे से पौने पौने सात बजे तक प्रशासन की ओर से कोई भी अधिकारी Bus-Stand अथवा धरना स्थल पर न पहुंचने के चलते छात्रों का गुस्सा और भड़क गया तथा इसके बाद उन्होंने सांकेतिक चक्का जाम भी किया।
करीब डेढ़ घंटे छात्रों ने सड़क पर बैठकर जमकर मुख्यमंत्री, हिमाचल सरकार व स्थानीय प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। इस दौरान प्रर्दशनकारी छात्रों के आस-पास अथवा बीच जहां कुछ Congress कार्यकर्ता मूक समर्थन करते दिखे, वहीं छात्र संगठन SFI के State committee पदाधिकारी रह एक छात्र नेता ने खुलकर छात्रों का नैत्रित्व करते दिखे। इस दौरान BJP मंडल अध्यक्ष तथा कुछ अन्य स्थानीय लोगों द्वारा स्थानीय प्रशासनिक अधिकारियों तथा निगम के क्षेत्रीय प्रबंधक के मोबाइल पर संपर्क करने की कोशिश भी की, मगर सांय 7 बजे तक बात नही हो सकी।
विवाद का मूल कारण यहां सांय करीब सवा पांच बजे के बाद पहुंची तीनों HRTC बसों के चालक-परिचालकों का बस से उतरना तथा छात्रों को संबंधित अधिकारियों के न आने तक बस में न बैठने की बात कहना बताया गया। करीब डेढ़ घंटे बाद थाना प्रभारी संगड़ाह द्वारा स्थानीय SDM से बात करने के नाम पर जैसे-तैसे छात्रों को मनाया गया। सांय सवा सात बजे के बाद हांलांकि दो बसें निकल चुकी थी, मगर इसके बाद लोकल बस का टायर बदलने का काम पौने आठ बजे तक चलता रहा।
गौरतलब है कि, विकास खंड संगड़ाह की करीब 80 हजार की आबादी के लिए मात्र डेढ़ दर्जन सरकारी बसें मौजूद है तथा क्षेत्र में Private Buses की संख्या भी लगभग इतनी ही है। Civil subdivision संगड़ाह में हांलांकि छः माह पहले 11 नई Private Buses के route स्विकृत हुए हैं, मगर RTO नाहन के अनुसार RTA की बैठक में उक्त रूट को लेकर अंतिम निर्णय होना शेष है। संगड़ाह महाविद्यालय के विभिन्न छात्र संगठनों ने Buses की समस्या का समाधान न होने की सूरत में जल्द दोबारा प्रदर्शन की भी चेतावनी दी।
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