सिरमौर के संगड़ाह Area में बड़े पैमाने पर अफ़ीम की खेती

SIU Team ने नाहन से आकर बरामद किए नशे के 25,748 Plants 

Local Police को नहीं लगी भनक 

खबरनामा सिरमौर 👇
संगड़ाह। सिरमौर जिला के Police Station संगड़ाह के अंतर्गत आने वाले हरिपुरधार के समीप SIU Team ने व्यापक स्तर पर हो रही मादक द्रव्य अफ़ीम की खेती का पर्दाफाश किया। प्राप्त जानकारी के अनुसार करीब 70 किलोमीटर दूर जिला मुख्यालय नाहन से आई एसआईयू टीम के इंस्पेक्टर सरबजीत सिंह के नेतृत्व में पुलिस पार्टी ने मुखबीर से प्राप्त जानकारी के बाद संगड़ाह के मानलीधार सीड फार्म हाउस में लहसुन के खेतों में दबिश दी। पुलिस के अनुसार खेत सुमेर सिंह उर्फ सोमदत्त पुत्र कल्याण सिंह जो कि, गांव शिवपुर तहसील संगड़ाह का रहने वाला है। प्राप्त जानकारी के अनुसार सुमेर सिंह के मानलीधार में लहसुन के खेतों में अफीम उगाई गई थी। पुलिस ने मौके पर दबिश देते हुए जब इन पौधों की गिनती की तो इनकी संख्या 25 हजार 748 कि पाई गई। पुलिस द्वारा मौके पर तमाम कार्रवाई करते हुए खेत को सीज कर दिया गया है। आरोपी के खिलाफ NDPS के तहत मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी गई है। गौरतलब है कि, स्थानीय Police को इतने बड़े पैमाने पर हो रही मादक पदार्थ की खेती की भनक नहीं थी, हालांकि SIU भी Police की हिस्सा है। DSP संगड़ाह तथा SP सिरमौर ने मामले की पुष्टि करते हुए कहा कि, तहकीकात जारी है।
संगड़ाह में प्रसव के बाद घर जाने के लिए करनी पड़ रही है Taxy    

तीन दिन से 102 Ambulance उपलब्ध नहीं

संगड़ाह। उपमंडल मुख्यालय पर मौजूद संगड़ाह Hospital की 102 एंबुलेंस अथवा जननी Express पिछले तीन दिनों से खराब होने के चलते प्रसव के बाद महिलाओं को निजी गाड़ी अथवा टेक्सी हायर कर घर पहुंचना पड़ रहा है। Lock-down के दौरान यहां सरकार व प्रशासन के बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं के दावे खोखले साबित हो रहे हैं तथा यहां मौजूद 108 एंबुलेंस भी गत दो माह में तीन बार कईं दिनों तक बंद रह चुकी है। आर्थिक दृष्टि से कमजोर परिवारों की महिलाओं को न केवल निजी गाड़ियों की व्यवस्था के लिए अपनी जमा पूंजी खर्च करनी पड़ रही है, बल्कि टैक्सी में 102 एंबुलेंस की तरह डिलिवरी के बाद महिलाएं लेट कर अथवा आरामदायक ढंग से भी नहीं जा सकती। गुरुवार को Subdivision संगड़ाह के गांव कैंथू की सोनाली पत्नी विनीत को निजी गाड़ी अथवा टेक्सी हायर कर घर जाना पड़ा। इसके अलावा इस अस्पताल में शिमला District के कुपवी की संगीता देवी अपने नवजात बच्चे के साथ मौजूद है, हालांकि उन्हें गुरुवार को घर नहीं भेजा गया। एक स्थानीय समाजसेवी द्वारा प्रशासन अथवा स्थानीय SDM के समक्ष भी उक्त मुद्दा उठाया गया। संबंधित कर्मचारियों तथा वेंडर के अनुसार 102 एंबुलेंस के बेरिंग खराब है तथा टायर भी खस्ताहाल है। इसे ठीक करवाने के लिए अब तक 102 मैनेजमेंट अथवा कंपनी से अप्रूवल मिलना शेष है। एसडीएम संगड़ाह राहुल कुमार के अनुसार उन्होंने इस बारे CMO सिरमौर से बात की है। एसडीएम ने कहा कि, जरूरत पड़ी तो प्रसव के बाद महिलाओं को प्रशासन की तरफ से गाड़ी उपलब्ध करवाई जाएगी। BMO संगड़ाह डॉ यशवंत ने कहा कि, कार्यालय आने के बाद वह टेक्सी हायर कर घर गई कैंथू गांव की महिला को किराया उपलब्ध करवाएंगे।
पांवटा की छः पंचायतें Hotspot कन्टेनमेंट जोन से बाहर- DM

 नाहन। विकास खण्ड पांवटा साहिब की छः ग्राम पंचायतें जिनमें माजरा, मिश्रवाला, पुरुवाला, पिलीवाला, हरीपुरखोल व पलोडी को कोविड-19  हॉटस्पॉट कन्टेनमेंट जोन से बाहर कर दिए गए है। यह आदेश जिला दण्डाधिकारी सिरमौर डॉ0आर0के0परूथी ने दिए। उन्होंने बताया कि, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय भारत सरकार द्वारा जारी दिशानिर्देशों के अनुसार इन ग्राम पंचायतों में पिछले 28 दिनों से कोई भी Coronavirus संबंधित मामला सामने नही आया है, जिस कारण इन पंचायतों को अब हॉटस्पॉट कन्टेनमेंट जोन से बाहर कर दिया गया है। DC ने बताया कि जिला सिरमौर की इन पंचायतों के कुछ क्षेत्रों मे 11 मार्च, 2020 को 14 मरकज जमातियों ने प्रवास किया था, जिस कारण  9 अप्रैल 2020 को इन सभी पंचायतों को हॉटस्पाट कंटेन्मेंट जोन मे रखा गया था। इसे अब बहाल कर दिया गया हैं।
     उन्होंने कहा कि , हरिपुरखोल ग्राम पंचायत, ग्रामीण क्षेत्र में पड़ने वाली सभी दुकानें, शॉपिंग मॉल को छोड़कर कर्फ्यू में ढील के दौरान प्रातः 09 बजे से दोपहर 02 बजे तक रविवार का दिन छोड़कर दैनिक आधार पर खोलने की अनुमति होगी व सभी दुकानदार मास्क के साथ अपने यहां काम कर रहे 50 प्रतिशत श्रमिक ही तैनात कर पाएंगे और सामाजिक डिस्टेंसिंग मानदंड बनाए रखेंगे। District Magistrate बताया कि सब्जियों और फलों की दुकानों, डेयरी की दुकानों, उचित मूल्य की दुकानों, बेकरी इकाइयों, आवश्यक वस्तुओं को बेचने वाली स्टैंडअलोन दुकानें और शराब की दुकानें प्रातः 09ः00 बजे से दोपहर 02ः00 बजे तक दैनिक आधार पर खोलने की अनुमति होगी। हालांकि, आहता को खोलने की अनुमति नहीं दी जाएगी। उन्होंने बताया कि, सभी दुकानदार अपनी दुकानों के अंदर व बाहर जमीन पर कम से कम 1 मीटर की दूरी पर वेटिंग एरिया में स्थायी मार्किंग करेंगे और सोशल डिस्टेंसिंग लागू करेंगे तथा बाल काटने वाले सैलून, नाई की दुकानें, ब्यूटी पार्लर, स्पा अगले आदेशों तक बंद रहेंगे व  ढाबों, मिठाई की दुकानों को कर्फ्यू में छूट के दौरान खोलने की अनुमति होगी। रेस्तरां पकाये हुए भोजन को  काउंटर बिक्री के लिए प्रातः 09ः00 बजे से दोपहर 02ः00 बजे के बीच ही  खोल पाएंगे। रेस्तरां में बार को खोलने की अनुमति नहीं होगी। उन्होंने कहा कि, इन आदेशों का उल्लंघन करने वाले किसी भी व्यक्ति पर आईपीसी के तहत धारा 269, 270 व 188 के तहत  कानुनी कार्यवाही की जाएगी। 
किसान हमारे अन्नदाता-डा. बिन्दल

सिरमौर में 250 किसानों को हरियाणा से पशुचारा लाने की मिली Permission

खरीफ फसल के लिए 1400 क्विंटल बीज की हुई आपूर्ति- डॉ बिन्दल  


नाहन- BJP प्रदेश अध्यक्ष डा. राजीव बिन्दल ने बताया कि, सिरमौर जिला में Curfew व लॉक डाउन के दौरान कृषि कार्यों को प्रदेश की जयराम सरकार ने सभी प्रकार की बाधाओं से मुक्त रखा है। उन्होंने कहा कि, किसान हमारे अन्नदाता हैं और किसानों की सभी प्रकार की समस्याओं के समाधान के लिए प्रदेश सरकार द्वारा कृषि विभाग और प्रशासन के अधिकारियों को आदेश दिए गए हैं। साथ ही किसानों की आवश्यकतानुसार Interest आधार पर कृषि गतिविधियों को जारी रखने के लिए प्राथमिकता के अनुसार परमिशन देने के आदेश दिए गए हैं। डा. राजीव बिन्दल ने कहा कि, नाहन विधानसभा का काफी बड़ा भू-भाग हरियाणा की सीमा से सटा हुआ है। इस वजह से हमें दूध, पशुचारा, सब्जियां इत्यादि के लिए हरियाणा पर निर्भर रहना पड़ता है।  हमारे किसान तो पशु चारे के लिए पूर्ण रूप से हमेशा हरियाणा पर निर्भर रहते हैं। हर साल गेहूं की कटाई के उपरांत हजारों टन भूसा हरियाणा से हिमाचल में आता रहा है।
  डा. बिन्दल ने बताया कि पशुचारे की समस्या से निजात पाने के लिए पशुपालन विभाग सिरमौर द्वारा  जिला मुख्यालय स्तर पर एक नोडल अधिकारी की नियुक्ति की गई है जो किसानों के आवेदन मिलते ही WhatsApp पर परमिशन जारी करने का कार्य द्रुत गति से कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि, सिरमौर जिला में अभी तक 250 किसानों को हरियाणा क्षेत्र से पशुचारा लाने की स्वीकृति प्रदान की गई है। स्वीकृति देने का कार्य निरंतर जारी है और किसानों की आवश्यकता के अनुसार परमिशन दिए जा रहे हैं। बिन्दल ने बताया कि लॉकडाउन और कफर्यू के बीच सरकार द्वारा खेतीबाड़ी गतिविधियों को सुचारू बनाया गया है ताकि किसानों को किसी भी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े। उन्होंने कहा कि सिरमौर जिला में अभी तक कफर्यू और लॉक डाउन के बीच कृषि विभाग द्वारा कृषि गतिविधियों को सुचारू बनाने के लिए विभिन्न प्रकार की 784 परमिशन दी गई है, जिसमें 112 खेतीबाड़ी गतिविधियां, 221 परमिशन थ्रेशर की मूवमेंट के लिए, 383 स्वीकृतियां सब्जी के क्रय-विक्रय के लिए, 60 स्वीकृतियां कृषि यंत्रों की मुरम्मत आदि शामिल हैं।
डा. राजीव बिन्दल ने बताया कि लॉकडाउन और कफर्यू के दौरान किसानों को खरीफ फसल की बुआई में किसी प्रकार की दिक्कत न हो, इसके लिए कृषि विभाग द्वारा सिरमौर जिला में 1400 क्विंटल बीज का अवंटन किया है। उन्होंने बताया कि जिला में 620 क्विंटल मक्का, 275 क्विंटल पशुचारा, 12 क्विंटल बाजरा, 410 क्विंटल अदरक के अलावा, 430 किलो टमाटर बीज, 26 किलो शिमला मिर्च, 40 किलो खीरा बीज, किसानों को आवंटित किया गया है। इसके अलावा किसानों को मिर्च, बैंगन, मूली, भिंडी, प्याज आदि के बीज भी बांटे गए हैं। राजीव बिन्दल कहते है: ‘‘किसान हमारे अन्नदाता हैं और प्रदेश की जयराम ठाकुर सरकार ने खेतीबाड़ी के समस्त कार्यों को सभी प्रकार की बाधाओं से मुक्त रखा है। हमारा प्रयास है कि सरकार और भाजपा संगठन स्तर पर किसानों की हर प्रकार की जरूरतों का पूरा ध्यान रखा जाए ताकि वर्तमान फसल कटाई के साथ-साथ आगामी खरीफ फसल की बुआई भी सही प्रकार से हो जाए।’’ गौरतलब है कि, गत दिनों उपमंडल संगड़ाह में एक मछली पालक को फीड लाने की अनुमति में प्रशासन द्वारा की गई देरी से काफी दुर्बल मछलियां मर गई थी। उक्त मुद्दे पर किसानों द्वारा तहसील कार्यालय नोहराधार में नारेबाजी किए जाने के बाद सरकार व प्रशासन किसानों के मुद्दे पर संवेदनशील नजर आ रहे हैं।

ददाहू में 108 Ambulance में सफल प्रसव

श्री रेणुकाजी। कोरोना काल में कुछ 108 एंबुलेंस लोगों के लिए वरदान साबित हो रही है। ऐसा ही एक मामला Civil Hospital ददाहू मैं तैनात 108 एंबुलेंस देखने को मिला, जहां एक महिला की सफल डिलीवरी कराई गई। EMT सीमा चौहान ने बताया कि, दुर्गम क्षेत्र सुराख गांव से 108 में एक गर्भवती महिला की डिलीवरी केस की सूचना दी गई तत्काल 108 गांव के लिए निकल गई। एंबुलेंस कुछ दूर पहुंची थी कि महिला को लेबर पेन जोर से शुरू हो गई। ईएमटी ने पायलट रवि के सहयोग से 108 में ही डिलीवरी कराने का निर्णय लिया। 19 वर्षीय रंजना के पति राकेश कुमार ने बताया कि, उनका यह पहला बच्चा था मां और बच्चे की हालत काफी खराब थी लेकिन 108 के कर्मचारियों ने रिस्क लेते हुए सफल डिलीवरी करा दी उनका यह पहला बेटा हुआ है। डिलीवरी के बाद जच्चा व बच्चा को सिविल हॉस्पिटल लाया गया, जहां उन्हें दाखिल किया गया है। अब दोनों की हालत ठीक है।

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