खुमली बैठक में हाटी समिति के शिलाई सम्मेलन पर चर्चा

संगड़ाह के अंधेरी में हुई 4 पंचायतों की बैठक की बैठक मे सरकार के प्रति नाराजगी जताई
संगड़ाह। उपमंडल संगड़ाह के अंतर्गत आने वाले गांव अंधेरी में रविवार को आयोजित हाटी समिति की हुई बैठक में Transgiri क्षेत्र को अनुसूचित जनजाति दर्जा दिए जाने की मांग दोहराई गई। बैठक मे अंधेरी, राणफुआ-जबड़ोग, लुधियाना व सैंज पंचायतों के हाटी समिति इकाइयों के पदाधिकारी व पंचायत प्रतिनिधि मौजूद रहे। हाटी समिति पदाधिकारी रविंद्र चौहान, हेमचन्द शर्मा, राजेन्द्र ठाकुर, उदयराम शर्मा व भजन सिंह तथा पंचायत प्रधान राजेन्द्र सिंह, विरेद्र बिट्टू व करतार मिंटू आदि ने गिरिपार को जनजातीय दर्जा न दिए जाने के लिए BJP के नैत्रित्व वाली प्रदेश व केंद्र सरकार के प्रति नाराजगी जताई। 

26 फरवरी को शिलाई में होने वाले हाटी समिति की 144 पंचायतों की Khumbli Confrence में क्षेत्र की हर पंचायत से लोगों अथवा कार्यकर्ताओं को पंहुचाए जाने का निर्णय लिया गया। इससे पूर्व शनिवार को उपमंडल संगड़ाह के रजाणा गांव मे हाटी समिति की Khumli बैठक हुई। स्थानीय कांग्रेस विधायक के गृह क्षेत्र मे हुई इस बैठक मे समिति पदाधिकारियों ने मांग पूरी न होने पर आगामी विधानसभा चुनाव के बहिष्कार की धमकी भी दी। इस बैठक में हाटी समिति पदाधिकारी रविंद्र चौहान, हीरापाल शर्मा, प्रेम चंद व चेत सिंह आदि ने अपनी बात रखी। बैठक में मौजूद समिति पदाधिकारियों ने आगामी विधानसभा Election से पूर्व प्रदेश व केंद्र सरकार से गिरीपार को जनजातीय दर्जा दिए जाने की मांग की। समिति पदाधिकारियों ने बयान मे कहा कि, वर्ष 1967 मे साथ लगते तत्कालीन युपी के बाबर जौंसार क्षेत्र को अनुसूचित जनजाति दर्जा मिलने के बाद से गिरिपार के लोग लगातार यह मांग कर रहे हैं।‌ उन्होने कहा की, 1979 मे अनुसूचित जाति आयोग के सदस्य टीएस नेगी ने भी इस बारे सिफारिश की थी।


 

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