BJP अध्यक्ष JP Nadda के समक्ष दोहराई गिरिपार क्षेत्र को ST Status की मांग

RGI के पास हाटी समुदाय पंजीकृत न होने से इस बार भी जनजातीय मंत्रालय ने नही मानी मांग

17 अप्रैल को संगड़ाह मे होने वाली महाखुमली Conference की तैयारी पूरी 

शिमला। गिरिपार को अनुसूचित जनजाति दर्जा देने की मांग को लेकर हाटी समिति की शिमला इकाई व सिरमौर विकास मंच का प्रतिनिधिमंडल शनिवार को BJP प्रदेश अध्यक्ष एंव MP सुरेश कश्यप के नैत्रित्व में Party के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा से मिला। समिति पदाधिकारियों ने बताया की, BJP President ने विस्तार से बात सुनी और कहा की, इस मांग को पूरा करवाने का हर संभव प्रयास किया जाएगा।‌ MP सुरेश कश्यप ने कहा कि, यह दशकों पुरानी मांग है ।प्रतिनिधिमंडल में सिरमौर हाटी विकास मंच के अध्यक्ष प्रदीप सिंह सिंगटा , महासचिव अतर सिंह तोमर, Legal advisor श्याम सिंह चौहान, हाटी रिसर्च विंग के अध्यक्ष डॉ बलबीर सिंह मंगटा, सहसंयोजक आत्माराम भिल्टा, सचिव  सतपाल चौहान, BDC Chairman संगड़ाह मेला राम शर्मा व पूर्व प्रधान कंवर सिंह आदि शामिल रहे।
17 अप्रैल को संगड़ाह मे होने वाली महाखुमली Conference की तैयारी मुकमल
Hati समिति द्वारा आगामी 17 अप्रैल को संगड़ाह हेलीपैड पर चौथे महाखुमली सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। इससे पूर्व गिरिपार के अंतर्गत आने वाले रोनहाट, पझोता व शिलाई में वर्तमान प्रदेश सरकार के कार्यकाल मे हाटी समिति महाखुमली सम्मेलन से शक्ति प्रदर्शन चुकी है। हाटी समिति पदाधिकारियों ने इस महासम्मेलन मे गिरिपार के विकास खंड शिलाई, राजगढ़, तिल्लोरधार व संगड़ाह आदि से 10,000 लोगों के पहुंचने का दावा किया है। समिति पदाधिकारियों ने बताया कि, सम्मेलन की तैयारियां पूरी हो चुकी है। गौरतलब है कि, वर्ष 1967 में तत्कालीन UP के जौंसार इलाके को जनजातीय दर्जा मिलने के बाद से सिरमौर जिला की करीब 3 लाख की आबादी वाले गिरिपार के निवासी लगातार अनुसूचित जनजाति की मांग कर रहे हैं। तब से अब तक क्षेत्र मे लगभग हर विधानसभा व लोक सभा चुनाव मे क्षेत्र मे यह मांग मुख्य मुद्दा ही है, मगर अब तक पूरी नही हुई। गत सप्ताह The Tribune मे प्रकाशित 1 News के अनुसार 1 बार फिर Government of India के संबधित मंत्रालय द्वारा हिमाचल के गिरिपार व डोडरा-क्वार क्षेत्रों को ST दर्जा दिए जाने संबंधी मांग को खारिज किया जा चुका है और कईं दिन यह खबर Social media पर वायरल हुई।‌ इस बारे केंद्रीय हाटी समिति अध्यक्ष डॉ अमीचंद कमल ने कहा कि, उक्त English Newspaper मे गिरिपार व डोडरा-क्वार को ST दर्जे से केंद्र के इनकार संबधी News से पैदा हुई भ्रम की स्थिति पर जनजातीय विभाग के उच्चाधिकारी तथा संपादक से भी विस्तार से बातचीत की जा चुकी है। उन्होने कहा कि, जब तक Hati Community को RGI से 1 अलग समुदाय के रूप में पंजीकृत नहीं किया जाता, तब तक जनजातीय मंत्रालय से इसी तरह का जवाब मिलता रहेगा। डॉ कमल ने कहा कि, पहले हाटी समुदाय को बतौर अनुसुचित जनजाति दर्ज करवाना होगा और फिर गिरिपार को ST क्षेत्र घोषित करवाना होगा। उन्होने गिरिपारवासियों को भरोसा देते हुए कहा कि, जल्द जनजातीय दर्जे की मांग पूरी होगी और जरुरी पड़ी तो दूसरा विकल्प भी अपनाया जाएगा। बहरहाल 1 तरफ जहां भारत सरकार द्वारा जनजातीय दर्जे की मांग अथवा दावे को खारिज किया जा रहा है, वहीं प्रदेश के आला BJP व कांग्रेस नेता लगभग हर चुनाव मे जनजाति दर्जे की मीठी गोली दे रहे हैं।


 

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