ST Status की मांग पर सरकार के सकारात्मक रुख से हाटी समिति मे भारी उत्साह

समिति पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री व गृह मंत्री सहित हिमाचल के आला BJP नेताओं का आभार जताया 

वर्ष 1967 से लगभग हर Election मे मुख्य मुद्दा रही है अनुसुचित जनजाति दर्जे की मांग 

संगड़ाह। गिरीपार को अनुसुचित जनजाति दर्जा दिए जाने संबंधी मामला Chief Minister अथवा प्रदेश सरकार द्वारा प्रभावशाली ढंग से Government of India के समक्ष उठाए जाने तथा इस बारे केंद्रीय गृहमंत्री से मुलाकात के लिए हाटी समिति ने मुख्यमंत्री तथा प्रदेश के आला BJP नेताओं का धन्यवाद किया। हाटी समिति की संगड़ाह Block इकाई के पदाधिकारी रविंद्र चौहान, हीरा पाल शर्मा, राजेंद्र सिंह व उदयराम आदि ने मंगलवार को संगड़ाह मे आयोजित बैठक के बाद जारी बयान में कहा की, मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के नेतृत्व में BJP State President सुरेश, कश्यप, ऊर्जा मंत्री सुखराम चौधरी MLA रीना कश्यप व पूर्व विधायक बलदेव तोमर आदि भाजपा नेताओं के साथ हाटी समिति का प्रतिनिधिमंडल इस मामले को लेकर सोमवार Union Home Ministar Amit Shah से मिला है। शिष्टमंडल मे शामिल केंद्रीय हाटी समिति अध्यक्ष डॉ अमिचंद कमल के अनुसार गृह गृह मंत्री ने हिमाचल सरकार द्वारा इस बार भेजी गिरीपार संबंधी Report को बेहतरीन बताया और जल्द इस बारे आगामी कार्यवाहकी का भरोसा दिया। उन्होंने कहा कि, RGI द्वारा नई रिपोर्ट स्वीकार की गई है और कुछ ही दिनों मे इसे केंद्रीय जनजाति मंत्रालय को भेजा जाएगा।‌

 गौरतलब है कि, इससे पहले कई बार हिमाचल सरकार द्वारा केंद्र सरकार को गिरीपार को अनुसुचित जनजाति दर्जे संबंधी रिपोर्ट भेजी गई, जिसपर जनजातीय मंत्रालय द्वारा आपत्तिया लगाई गई और गिरिपार के इस बारे निर्धारित मापदंडों पर खरा न उतरने की बात कही गई। पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की पत्नी एंव मंडी की MP प्रतिभा सिंह द्वारा लोकसभा में उठाए गए सवाल नंबर 5167 के सवाल के जवाब में गत 4 अप्रैल को जनजातीय मंत्रालय द्वारा कहा गया कि, रिपोर्ट के मुताबिक गिरीपार जनजातीय दर्जे संबंधी निर्धारित शर्तें पूरी नहीं करता। जानकारी के अनुसार हिमाचल सरकार की नई रिपोर्ट पर इस तरह की कोई आपत्ति केंद्र सरकार ने अब तक नही लगाई है। गौरतलब है कि, वर्ष 1967 से छात्र तत्कालीन यूपी के जौंसार क्षेत्र को जनजातीय दर्जा मिलने के बाद से लगातार करीब 150 पंचायतों वाले गिरिपार वासियों द्वारा अनुसुचित जनजाति दर्जे की जा रही है। तब से अब तक केवल विधानसभा और लोकसभा चुनाव के दौरान ही यह मुद्दा तूल पकड़ता है और Election के बाद नेता इस मांग को भूल जाते हैं। Hati Samiti मे इस बात के भी चर्चे हैं की, अनुसुचित जनजाति दर्जा मिलने की सूरत मे गिरिपार की सबसे ज्यादा पंचायतों वाले जिला के शिलाई व रेणुकाजी विधानसभा क्षेत्रों मे BJP की जीत लगभग तय है और 2017 मे यह दोनो सीट Congress ने जीती थी।


 

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