जल शक्ति विभाग के डंगे में रेत-बजरी की जगह हुआ चूना खदानों के मलबे का इस्तेमाल
पूर्व विधायक ने SDO को दिया था मलबा हटाने के बाद दीवार लगाने का सुझाव
SDO के अनुसार सड़क के पानी व PWD की लापरवाही से गिरा डंगा
Office बंद होने व खाली पदों को लेकर भी व्यवस्था परिवर्तन के दावों पर तंज कस रहे हैं Social Media user
संगड़ाह। सिरमौर जिला के उपमंडल मुख्यालय संगड़ाह मे जल शक्ति विभाग कार्यालय परिसर में सप्ताह भर पहले तैयार लाखों की Retaining wall अथवा डंगा गिरने से लोग विभाग व ठेकेदार की लापरवाही व कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर रहे है। PWD में नौकरी कर चुके Ex MLA रुप सिंह व कुछ अन्य स्थानीय लोगों के अनुसार उन्होंने यहां मलबे अथवा कच्ची मिट्टी पर दीवार खड़ी न करने व ठीक से फाउंडेशन खोदने का सुझाव गत माह SDO को दिया था। इसके निर्माण मे क्रेशर अथवा नदी की रेत-बजरी की जगह स्थानीय Limestone Mines के मलबे के इस्तेमाल पर भी लोग सवाल उठा रहे हैं। गनीमत यह रही कि, हादसे के दौरान निचली तरफ लोग मौजूद नहीं थे।जल शक्ति विभाग के SDO संगड़ाह राजेंद्र चौधरी व JE संतोष शर्मा ने कहा कि, दरअसल बारिश से सड़क के पानी से करीब 4 लाख कई यह दीवार गिरी है। उन्होंने कहा कि, वह काफी समय से लोक निर्माण विभाग के सहायक अभियंता को यहां पानी की निकासी की उचित व्यवस्था करने को कह रहे थे। ExEn मनीष कुमार ने कहा कि, ठेकेदार को दोबारा डंगा लगाने के बाद ही Payment करने को SDO को कह दिया है। कार्यवाहक SDM संगड़ाह प्रोमिला धिमान ने कहा कि, इस बारे जानकारी मिल चुकी है और वह संबंधित अधिकारियों से संपर्क कर रही।

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