नहीं रहे सिरमौर के बेड़ा समुदाय को ST Status दिलाने वाले नरेश

10 साल तक PMO व CM office पत्राचार के साथ काटे कई office व नेताओं के चक्कर 

SC List से exclude Beda Community को 2022 में दिलवाया हक 

संगड़ाह। अपने समुदाय अथवा Cast को Schedule Tribe दर्जा दिलाने के लिए 10 बरस तक लगातार संघर्ष करने वाले 75 वर्षीय नरेश‌ कुमार का कल शाम दिल का दौरा पड़ने से आकस्मिक निधन हो गया। परिजनों ने बताया कि, संगड़ाह Hospital पंहुचाए जाने पर Doctor ने उन्हें मृत घोषित कर दिया और आज सोमवार को उनका अंतिम संस्कार किया गया। 
सिरमौर जिला के उपमंडल मुख्यालय संगड़ाह के नरेश कुमार के करीब 10 साल के Struggle के बाद सितंबर 2022 में आखिर Beda जाती को Shedule Tribe Status मिल गया था। नरेश कुमार द्वारा अनुसूचित जनजाति दर्जे की मांग को लेकर 22 दिसम्बर, 2021, 30 सितंबर, 2020 व 30 सितम्बर, 2020 को Prime Minister Modi को तथा 21, जुलाई 2022 को Commissioner, Tribal Development department Himachal Pradesh को पत्र भेजे जाने के अलावा अलावा 2012 से अन्य कईं नेताओं, Chief Minister व अधिकारियों से पत्राचार किया गया था। इन 10 सालों में उन्होंने कईं कार्यालयों व नेताओं के चक्कर काटे और जगह जगह धक्के खाए। PMO द्वारा जहां इस बारे हिमाचल सरकार के मुख्य सचिव को निर्देश दिए गए, वहीं कमिश्नर हिमाचल अनुसूचित जनजाति विकास विभाग द्वारा सभी प्रदेश के सभी DC व निदेशक IT को पत्र भेजे गए। इसके बाद सितंबर 2022 में हिमाचल सरकार के E-District portal अथवा site पर बेड़ा/बेटा जाति ST list मे update की गई।‌ 
Sirmaur अथवा Giripaar की बेड़ा व भरड़ा जाति के लोग सदियों से विभिन्न निजी व सार्वजनिक समारोह मे बाजा बजाने व अनाज के बदले कपड़े सिलने का काम करते है और इन लोगों को जानकारी के अनुसार 2012 मे अनुसूचित जाति प्रमाण पत्र जारी करना विभाग अथवा सरकार ने बंद कर दिये हैं। दलित व गरीब परिवार के नरेश कुमार के निधन पर, उनके समुदाय के लोगों, क्षेत्र के पंचायत प्रतिनिधियों व विभिन्न संगठनों ने गहरी संवेदना जताते हुए कहा कि, उनके योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा।

Comments

  1. Bhagwan Is Divyangat Aatma ko Shanti Pradan kren

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