रेणुकाजी मेले के Audition लिए 35 KM दूर बिना भाड़े के बुलाए जाते हैं लोक कलाकार

मेले के दौरान 2-4 हजार ₹ में निपटाए जाते हैं ज्यादातर Local Artist 

2016 से रेणुका जी विधानसभा के मेले Tender भी SDM नाहन के हवाले 

संगड़ाह। अंतर्राष्ट्रीय मेला श्री रेणुका जी के लिए पिछले कुछ साल से यहां के कलाकारों को Audition के लिए सिरमौर जिला के अधिकारियों अथवा साहेबानों द्वारा बिना किराए भाड़े के जिला मुख्यालय नाहन तलब किया जाना Social Media पर चर्चा में है। DPRO Sirmaur अथवा विकास बोर्ड द्वारा जारी Press note में C व D Grade के Artist के चयन के लिए 25 अक्तूबर 2025 को प्रातः  साढ़े 10 बजे SFDA Hall नाहन में Audition होंगे। ऑडिशन में चयनित कलाकारों को ही इस अंतर्राष्ट्रीय मेले की सांस्कृतिक संध्याओं में 31 अक्तूबर से 05 नवम्बर तक प्रस्तुतियां देने का अवसर मिलने की बात भी बयान में कहीं गई है। कलाकारों का पंजीकरण मौके पर ही किया जाएगा और इच्छुक कलाकार इससे पहले अपना आवेदन DLO की Email - dlosirmaur@gmail.com अथवा Office में आकर भी 24 अक्तूबर 2025 तक कर सकते हैं। ऑडिशन में भाग लेने वाले कलाकारों को न तो आने-जाने का किराया मिलेगा और न ही खाने व ठहरने की व्यवस्था विकास बोर्ड अथवा District Administration करेगा। श्रेणी A तथा B के स्थापित कलाकारों का चयन सांस्कृतिक समिति द्वारा उनके आवेदनों तथा पूर्व में गायन के record व अनुभव के आधार पर किया जाएगा। यह मुद्दा चर्चा में इसलिए है, क्योंकि सिरमौर व हिमाचल प्रदेश के अन्य राज्य व अंतराष्ट्रीय स्तर के मेलों में कलाकारों का चयन मेले वाले स्नान में ही होता है क्योंकि आडीशन के लिए ज्यादातर लोक गायक अथवा कलाकार भी उसी जगह के आसपास के आते हैं। कुछ लोगों का यह भी कहना है कि, संबंधित विभाग, बोर्ड की संस्कृति समिति व जिला प्रशासन के 2-4 साहेबान यदि Audition के लिए Renukaji आने का कष्ट करें तो विधानसभा उपाध्यक्ष एवं रेणुका जी Board Chairman विनय कुमार के हल्के के सैंकड़ों गरीब व उभरते कलाकारों का 500 से 1000 ₹ नाहन जाने व खाने का खर्चा बच जाएगा। 
सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के पूर्व उपनिदेशक एवं भाजपा नेता मेला राम शर्मा के अनुसार पूर्व की भाजपा सरकार के कार्यकाल में 2-3 साल रेणुका जी में ही यह आडीशन करवाए गए थे। जानकारी के अनुसार वर्ष 2015 तक जहां रेणुका जी विकास बोर्ड के सदस्य सचिव इसी विधानसभा क्षेत्र के SDM संगड़ाह होते थे, वहीं 2016 में वर्तमान MLA के ही बोर्ड अध्यक्ष होने के दौरान यह मेला SDM नाहन के क्षेत्राधिकार में दिया गया और तब से मेले में खाने पीने, Photo व Videography तथा रेणु मंच के Light & Sound के Tender व मेले की लाखों की आमदनी का जिम्मा भी नाहन हल्के का प्रशासन देखता है। इतना ही नहीं रेणुका जी के नाम से तहसील कार्यालय संगड़ाह में चलना तथा रेणुका जी इस तहसील में शामिल नहीं होना भी अक्सर आम लोगों में भ्रम की स्थिति पैदा करता है और वास्तव में जिला मुख्यालय का प्रशासन सदियों से आयोजित होने वाले हिंदुओं की आस्था व लोक संस्कृति तथा परम्पराओं के प्रतीक इस मेले को अपने हिसाब से चलाता है। कईं बार आडीशन में चयनित रेणुका जी के लोक कलाकार व दल जिला प्रशासन अथवा विकास बोर्ड पर उन्हें Performance के लिए केवल 2-4 हजार रुपए देने, ठहरने की व्यवस्था न करने, बाहरी कलाकारों व VIP पर मेले की कमाई लाखों ₹ खर्च करने, सिफारिश वाले कलाकार आने तथा नाहन व रेणुका जी के चक्कर लगाने का खर्चा भी मानदेय से पूरा न होने का मुद्दा उठा चुके हैं।
 

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